क्या पीएम मोदी का मणिपुर दौरा स्थिति को सामान्य करेगा?

सारांश
Key Takeaways
- मणिपुर की स्थिति को सामान्य करने की आवश्यकता है।
- प्रधानमंत्री मोदी का दौरा सकारात्मक हो सकता है।
- टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने जनता के अधिकारों की बात की।
- जनता की आवाज़ को सुनना ज़रूरी है।
- पड़ोसी देशों में शांति बनाए रखना आवश्यक है।
कोलकाता, 10 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मणिपुर दौरे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री होने के नाते यह उनकी जिम्मेदारी है कि मणिपुर की स्थिति को सामान्य करें। यह राज्य पिछले ढाई साल से जल रहा है, लोग तड़प रहे हैं। प्रधानमंत्री अब दो साल बाद वहां जा रहे हैं, जो ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि अगली बार जब जनता को मौका मिलेगा, तो वे तय करेंगे कि मणिपुर के हित में क्या होना चाहिए और क्या नहीं।
नेपाल में हुई एक दुखद घटना, जिसमें कई छात्रों की जान गई, पर अभिषेक बनर्जी ने कहा कि हम हमेशा चाहते हैं कि नेपाल में शांति बनी रहे। विशेषकर हमारे पड़ोसी देशों में शांति रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नेपाल के हालात केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र का विषय है। यूनियन गवर्नमेंट देशहित में जो भी फैसला लेगी, तृणमूल पार्टी उसका समर्थन करेगी। हमारी मुख्यमंत्री ने भी साफ कहा है कि ऐसे हर निर्णय में पार्टी केंद्र सरकार के साथ खड़ी रहेगी। जब भी राष्ट्रीय हित या पड़ोसी देशों का मामला होगा, हम कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग करेंगे।
लोकसभा में 15 सांसदों द्वारा एनडीए उम्मीदवार को वोट दिए जाने पर अभिषेक बनर्जी ने कहा कि किसी को यह जानकारी नहीं है कि जो 15 वोट खारिज हुए हैं, उनमें से सात विपक्ष के थे या आठ। लेकिन यह साफ है कि एनडीए चुने हुए प्रतिनिधियों को खरीद सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार में बैठे लोगों को आप खरीद सकते हैं, विपक्ष के नेताओं को ईडी और सीबीआई के डर से खरीद सकते हैं, लेकिन जनता को नहीं खरीद सकते। बिकते वही हैं, जो बिकना चाहते हैं। जनता बिकना नहीं चाहती। जनता इसका जवाब देने के लिए तैयार है।
वहीं, उन्होंने एसआईआर पर कहा कि जो लोग एसआईआर की बात करते हैं, पहले इस्तीफा दें और फिर चुनाव करवाएं। तब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।