क्या पीएम मोदी का नाम विकास का पर्याय बन चुका है? रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी का नाम अब विकास का प्रतीक है।
- भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है।
- ऑपरेशन ‘सिंदूर’ ने हमारी सैन्य ताकत को प्रदर्शित किया।
- संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होने वाली है।
- विपक्ष की भूमिका चर्चा में निराशाजनक रही है।
रांची, 27 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व के सबसे प्रसिद्ध नेताओं में से एक बन गए हैं, और यह प्रसिद्धि केवल उनके भाषणों का परिणाम नहीं है, बल्कि विकास और निर्णायक नेतृत्व का प्रमाण है।
रविवार को संवाददाताओं से बातचीत करते हुए सेठ ने कहा कि मोदी जी का नाम अब विकास का प्रतीक बन चुका है। उनके नेतृत्व में भारत आज दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और जल्द ही तीसरे स्थान पर पहुँचने वाला है।
रक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में भारत न केवल आत्मनिर्भर बना है, बल्कि सैन्य क्षेत्र में भी अद्वितीय ताकत हासिल कर चुका है। ऑपरेशन ‘सिंदूर’ इसका जीता जागता उदाहरण है, जब हमारी सेना ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान की साजिश को नष्ट कर दिया।
सेठ ने कहा कि आज जब प्रधानमंत्री विदेश यात्रा पर जाते हैं, तो उन्हें अत्यधिक सम्मान मिलता है। यह 140 करोड़ भारतीयों के आत्मगौरव का प्रतीक है। रक्षा राज्यमंत्री ने बताया कि सोमवार से संसद में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर दोनों सदनों में चर्चा होगी।
उन्होंने कहा, “हमने हमेशा चर्चाओं का स्वागत किया है, लेकिन विपक्ष चर्चाओं से दूर भागता रहा है। कई सत्रों में विपक्ष ने हंगामा किया और चर्चाओं को बाधित किया। जनता विपक्ष को चर्चा के लिए चुनती है, न कि हंगामे के लिए।”
विपक्ष को टोकते हुए उन्होंने कहा, “इसलिए उन्हें तीसरी बार विपक्ष में बैठना पड़ा है और आगे भी बार-बार बैठना पड़ेगा। लोकतंत्र के मंदिर में उनकी भूमिका निराशाजनक रही है।”
उन्होंने कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर” भारतीय सशस्त्र बलों की रणनीतिक क्षमता और वीरता का प्रतीक है। हम इस पर गर्व से चर्चा करेंगे और देश की सुरक्षा नीति की मजबूती को दुनिया के सामने रखेंगे।