क्या प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ में रिक्शा चालक के लिए एम्स में भेजे तीन लाख रुपए?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधान मंत्री मोदी ने छत्तीसगढ़ में एक रिक्शा चालक की मदद की।
- उन्होंने 3 लाख रुपए की वित्तीय सहायता भेजी।
- सीएम विष्णुदेव साय ने पीएम मोदी की तेज याददाश्त की सराहना की।
- दीया कुमारी ने पीएम मोदी की संवेदनशीलता का जिक्र किया।
- प्रधानमंत्री का व्यक्तिगत स्पर्श महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 17 सितंबर को जन्मदिन है। इससे पहले, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने पीएम मोदी के साथ बिताए गए खास पलों और उनके योगदान को याद किया। इसी संदर्भ में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने बताया कि उनकी याददाश्त अत्यंत तेज है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने उल्लेख किया कि कुछ पल जीवन में हमेशा याद रहते हैं, केवल भव्यता के कारण नहीं, बल्कि उस स्नेह और सोच के लिए जो उनके पीछे छिपी होती है। मुझे ऐसा ही अनुभव तब हुआ जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक अस्पताल के उद्घाटन के लिए छत्तीसगढ़ आए। जब मैंने उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट किया, तो उन्होंने मुझसे कहा, “जन्मदिन मुबारक हो।”
उन्होंने कहा कि एक लाख से अधिक लोगों के सामने पीएम मोदी ने मेरे जन्मदिन को याद किया और मंच पर आशीर्वाद भी दिया। उन्होंने कहा, “आज मेरे एक मंत्री, विष्णु देव साय का जन्मदिन है। मैं उन्हें बधाई देना चाहता हूं।” यह क्षण मेरे लिए बेहद खास था। मुझे लगा कि प्रधानमंत्री ना केवल नेतृत्व करते हैं, बल्कि व्यक्तिगत रूप से हर व्यक्ति के साथ जुड़ते हैं।
सीएम ने कहा कि उस दिन उनकी संवेदनशीलता का एक और पहलू सामने आया। रायगढ़ के एक रिक्शा चालक को एम्स में भर्ती कराया गया था और उसे तत्काल वित्तीय सहायता की आवश्यकता थी। मैंने यह उन्हें बताया और उन्होंने तुरंत कार्रवाई की, 3 लाख रुपए सीधे अस्पताल के खाते में भेज दिए ताकि उसका इलाज बिना किसी देरी के हो सके। उस दिन मैंने पीएम नरेंद्र मोदी की असली पहचान देखी, एक ऐसा नेता जिसका दिल जनता के लिए धड़कता है।
वहीं, राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने एक्स हैंडल पर वीडियो साझा करते हुए कहा कि आमतौर पर लोग सोचते हैं कि एक देश का प्रधानमंत्री, जो रोज हजारों लोगों से मिलता है, उसे लोगों के जीवन की छोटी-छोटी बातें याद नहीं रहतीं। लेकिन पीएम मोदी ने मुझे हमेशा इस दुर्लभ गुण से आश्चर्यचकित किया है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि एक बार जब मैं उनसे मिलने गई, तो उन्होंने सबसे पहले मेरी मां के बारे में पूछा। मैंने कहा कि वह ठीक हैं। उन्होंने तुरंत पूछा, "उनका शुगर लेवल कैसा है?" मैं दंग रह गई। वह न केवल जानते थे कि मेरी मां को मधुमेह है, बल्कि यह भी याद रखा। यह पल मेरे जहन में बस गया, क्योंकि इससे पता चलता था कि वह कितनी गहरी परवाह करते हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ मौकों पर जब मैं अपनी मां के साथ उनसे मिलने गई, तो मोदी ने हमसे गुजराती में बात की। इससे हमें बहुत सहजता महसूस हुई, मानो हम देश के प्रधानमंत्री से नहीं, बल्कि किसी परिवार के सदस्य से बात कर रहे हों। यही गर्मजोशी, ध्यान और याददाश्त का मेल उन्हें एक अनोखा नेता बनाता है।