क्या राहुल गांधी हार से पहले 'फेस सेविंग' में जुटे हैं? : विश्वास सारंग

Click to start listening
क्या राहुल गांधी हार से पहले 'फेस सेविंग' में जुटे हैं? : विश्वास सारंग

सारांश

क्या राहुल गांधी हार से पहले फेस सेविंग में जुटे हैं? विश्वास सारंग के तंज से खुलासा हुआ है कि कांग्रेस अपनी हार को स्वीकार कर चुकी है। जानिए इस यात्रा के पीछे की असली वजह।

Key Takeaways

  • राहुल गांधी की यात्रा का उद्देश्य मतदाता अधिकारों को जागरूक करना है।
  • विश्वास सारंग ने इसे हार से पहले फेस सेविंग कहा है।
  • कांग्रेस को अपनी स्थिति सुधारने की आवश्यकता है।
  • बिहार में विधानसभा चुनाव निकट हैं।
  • भाजपा ने कांग्रेस के अभियान पर सवाल उठाए हैं।

भोपाल, 18 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में सहयोगी दलों द्वारा बिहार में निकाली जा रही वोटर अधिकार यात्रा पर मध्य प्रदेश के युवक खेल व कल्याण मंत्री विश्वास सारंग ने तंज कसा है और कहा कि चुनाव में होने वाली हार से पहले फेस सेविंग के लिए यह यात्रा निकाली जा रही है।

मोहन यादव सरकार के मंत्री विश्वास सारंग ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए बिहार में इंडी गठबंधन द्वारा निकाली जा रही वोटर अधिकार यात्रा के सवाल पर कहा कि यह यात्रा हारी हुई मानसिकता का परिचायक है। स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस पूरी तरह हार गई है; कांग्रेस अपनी हार स्वीकार कर चुकी है। संवैधानिक संस्थाओं पर प्रश्न चिन्ह लगाकर व्यवस्था के खिलाफ माहौल बनाना शहरी नक्सलवाद की मानसिकता है। इसी मानसिकता पर राहुल गांधी काम कर रहे हैं।

चुनाव आयोग को लेकर उठाए जा रहे सवालों पर विश्वास सारंग ने कहा कि अगर चुनाव आयोग गड़बड़ करता तो राहुल गांधी लोकसभा में कैसे पहुंच जाते और अगर यह गड़बड़ी होती तो यह नेता प्रतिपक्ष कैसे बन जाते? अगर चुनाव आयोग गड़बड़ करता तो उनकी दीदी प्रियंका लोकसभा में कैसे पहुंच जाती? यह केवल अपनी हार के पहले की फेस सेविंग का मामला है।

आगामी समय में बिहार में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं, और यहां चुनाव आयोग द्वारा विशेष सघन पुनरीक्षण (एसआईआर) का कार्य चलाया जा रहा है। इस पर कांग्रेस सहित विपक्षी दल सवाल उठा रहे हैं। इसी सिलसिले में इंडी गठबंधन द्वारा लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में वोट अधिकार यात्रा निकाली जा रही है। इस यात्रा का सोमवार को दूसरा दिन है।

कांग्रेस मध्य प्रदेश में भी मतदाता सूचियों में गड़बड़ी का लगातार आरोप लगा रही है। विरोध प्रदर्शन भी किए जा रहे हैं, और रैलियां निकाली गई हैं। कुल मिलाकर राहुल गांधी के अभियान को गति दी जा रही है। कांग्रेस के अभियान पर भाजपा की ओर से सवाल उठाए जा रहे हैं।

Point of View

यह स्पष्ट है कि कांग्रेस को चुनौतीपूर्ण समय का सामना करना पड़ रहा है। विश्वास सारंग की टिप्पणियों से यह संकेत मिलता है कि राहुल गांधी और उनकी पार्टी को अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। देश के राजनीतिक परिदृश्य में यह महत्वपूर्ण है कि सभी दल अपनी स्थिति को स्पष्ट करें और जनता के सामने सही तथ्य प्रस्तुत करें।
NationPress
18/08/2025

Frequently Asked Questions

राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा का उद्देश्य क्या है?
राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा का उद्देश्य लोगों को उनके मतदाता अधिकारों के प्रति जागरूक करना और आगामी चुनावों के लिए समर्थन जुटाना है।
विश्वास सारंग का इस यात्रा पर क्या कहना है?
विश्वास सारंग ने कहा है कि यह यात्रा हार से पहले फेस सेविंग का प्रयास है।
इस यात्रा का राजनीतिक प्रभाव क्या हो सकता है?
यदि यात्रा सफल होती है, तो इससे कांग्रेस को बिहार में मजबूत स्थिति मिल सकती है।
कांग्रेस किस प्रकार की चुनौतियों का सामना कर रही है?
कांग्रेस को अपनी विश्वसनीयता और मतदाता समर्थन में कमी जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
क्या यात्रा से चुनाव परिणाम प्रभावित हो सकते हैं?
हां, अगर यात्रा से मतदाताओं में जागरूकता बढ़ती है तो चुनाव परिणाम प्रभावित हो सकते हैं।