क्या राहुल गांधी झूठ बोलकर देश की संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम कर रहे हैं? : तरुण चुघ

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क्या राहुल गांधी झूठ बोलकर देश की संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम कर रहे हैं? : तरुण चुघ

सारांश

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने राहुल गांधी और ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी देश को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। क्या ये आरोप सही हैं? जानिए इस खबर में।

Key Takeaways

  • राहुल गांधी पर झूठ बोलने का आरोप।
  • ममता बनर्जी पर कुशासन का आरोप।
  • बिहार चुनाव में मुद्दों का महत्व।
  • संविधान और कानून व्यवस्था की रक्षा की आवश्यकता।
  • राजनीतिक बयानबाजी में सत्यता का होना आवश्यक।

नई दिल्ली, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी देश को बदनाम करने के प्रयास में जुट गए हैं।

उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में राहुल गांधी को झूठ बोलने और देश की संस्थाओं को बदनाम करने का आदी बताया और कहा, "राहुल गांधी निरंतर झूठ बोलकर भय का माहौल बनाते हैं। वे बिना सबूत के आरोप लगाते हैं और अब अगले माफीनामे की तैयारी कर रहे हैं। देश की संस्थाओं पर कीचड़ उछालना उनकी पुरानी आदत बन चुकी है।"

तरुण चुघ ने आरोप लगाया कि राहुल बांग्लादेशी घुसपैठियों का समर्थन करते हैं और कहा, "राहुल और उनके साथी वोटबैंक की राजनीति के लिए देशहित को तक गिरवी रख सकते हैं। कांग्रेस का 'हिट एंड रन' फार्मूला है—झूठ बोलो, संस्थाओं को बदनाम करो और भाग जाओ।"

उन्होंने आगे कहा, "जनता अब सब समझ चुकी है और आगामी बिहार चुनाव में इसका जवाब देगी। राहुल गांधी को तुरंत शपथ पत्र देकर देश से माफी मांगनी चाहिए।"

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हालिया बिहार दौरे का उल्लेख करते हुए चुघ ने कहा, "गृह मंत्री का बयान कि पड़ोसी देश में जन्मा बच्चा भारत के संसाधनों का हकदार नहीं हो सकता, संविधान के अनुसार है। यह एक स्वागत योग्य बात है।"

ममता बनर्जी पर तीखे तंज करते हुए चुघ ने कहा, "ममता बनर्जी आधुनिक जिन्ना बन चुकी हैं। उनके कुशासन में रक्षक ही भक्षक बन गए हैं। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में बलात्कार और हत्या की पीड़िता के लिए न्याय की मांग को दबाना तानाशाही का शर्मनाक उदाहरण है।"

उन्होंने कहा, "ममता की पुलिस जनता की रक्षा नहीं कर रही, बल्कि उनके इशारों पर अपराधियों को बचा रही है। उनकी राजनीति कानून-व्यवस्था की लाश पर सत्ता की कुर्सी सजाने की है।"

Point of View

यह स्पष्ट है कि राजनीतिक बयानबाजी में सत्यता और प्रमाण का होना अत्यंत आवश्यक है। देश की संस्थाएं हमारे लोकतंत्र की नींव हैं, और इन्हें बदनाम करना किसी भी राजनीतिक दल के लिए उचित नहीं है। हमें लोकतंत्र की मजबूती के लिए सही और तथ्यात्मक बातें कहने की आवश्यकता है।
NationPress
09/08/2025

Frequently Asked Questions

क्या राहुल गांधी पर लगे आरोप सच हैं?
आरोपों की सत्यता का निर्धारण चुनावों में जनता के निर्णय से होगा।
तरुण चुघ ने ममता बनर्जी के बारे में क्या कहा?
तरुण चुघ ने ममता बनर्जी को आधुनिक जिन्ना करार दिया और उनके कुशासन की आलोचना की।
क्या बिहार चुनाव में ये मुद्दे महत्वपूर्ण होंगे?
बिहार चुनाव में ये मुद्दे जनता के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं, जो राजनीतिक दलों के लिए एक चुनौती बन सकते हैं।