क्या राहुल गांधी से देशभक्ति की उम्मीद करना बेमानी है? संजय जायसवाल

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी के बयान पर भाजपा की प्रतिक्रिया
- संजय जायसवाल का आरोप, देशभक्ति की उम्मीद बेमानी
- कांग्रेस और लालू परिवार का संबंध
- राजनीतिक संवाद में जिम्मेदारी की आवश्यकता
- बिहार में कांग्रेस की स्थिति
पटना, 20 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के उस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है, जिसमें उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान का हवाला देते हुए भारत सरकार से सवाल किया था। ट्रंप ने यह दावा किया था कि मई 2025 में भारत-पाकिस्तान संघर्ष (ऑपरेशन सिंदूर) के दौरान पांच लड़ाकू विमान नष्ट किए गए थे। राहुल गांधी ने एक वीडियो साझा करते हुए पूछा कि 'मोदी जी, 5 जहाजों का सच क्या है? देश को जानने का हक है।'
राहुल के इस सवाल पर भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने कहा कि राहुल गांधी से देशभक्ति की उम्मीद करना बेमानी है।
रविवार को पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान भाजपा सांसद ने कहा कि राहुल गांधी ने पुलवामा और सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भी यही रवैया अपनाया था। उन्हें भारत की चिंता नहीं है। जब गलवान घाटी में झड़पें हुईं, तब वह चीनी राजदूत के साथ भोजन में व्यस्त थे। जॉर्ज सोरोस, जिसका एक ही एजेंडा है कि भारत के लोकतंत्र को समाप्त करना, उसके बेटे की शादी में राहुल गांधी पार्टी का आनंद लेते हैं। इसलिए, राहुल गांधी से देशभक्ति की उम्मीद करना बेईमानी है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर उन्होंने कहा कि खड़गे द्वारा उपयोग की गई भाषा उनकी शिक्षा और कांग्रेस की परंपरा को दर्शाती है। कांग्रेस ने हमेशा अपने कार्यकर्ताओं के साथ ऐसा ही व्यवहार किया है और खड़गे की भाषा उसी मानसिकता को दर्शाती है।
पटना में आयोजित रोजगार मेले में मारपीट पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति यह है कि वह केवल लालू परिवार की चाटुकारिता तक सीमित रह गई है। यह लोग अपनी गाड़ी में तेजस्वी यादव के पीए को बिठाते हैं, लेकिन जब पप्पू यादव और कन्हैया कुमार को ट्रक में बिठाने की बारी आती है तो उन्हें उतार दिया जाता है। कांग्रेस के लोग लालू परिवार के सदस्यों को मंच पर प्राथमिकता देते हैं। यह दर्शाता है कि बिहार में इनका कोई अस्तित्व नहीं है।