क्या रांची में चुनाव आयोग और भाजपा मिलकर वोटों की हेरफेर कर रहे हैं?

सारांश
Key Takeaways
- अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए।
- शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
- हेरफेर के आरोप लोकतंत्र की चिंता को बढ़ाते हैं।
रांची, 12 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने मंगलवार को चुनाव आयोग और भारतीय जनता पार्टी पर वोटर लिस्ट में व्यापक हेरफेर का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि एसआईआर (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) योजना को एक साल पहले लागू किया जा सकता था, लेकिन इसे चुनावों के आस-पास लाया गया ताकि वोटों में बड़े पैमाने पर हेरफेर किया जा सके।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने झारखंड आंदोलन के नेता दिवंगत शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि देने के लिए मंगलवार को रामगढ़ जिले के नेमरा गांव में पहुंचे। इससे पहले, उन्होंने रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर मीडिया के सवालों का जवाब दिया।
उन्होंने कहा कि आज चुनाव आयोग राहुल गांधी से हलफनामा मांग रहा है, जबकि सपा ने लगभग दो साल पहले वोटर लिस्ट से हटाए गए 18 हजार वोटरों की जानकारी हलफनामे के साथ दी थी। इस मामले में अभी तक किसी अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह मतदाताओं का अधिकार छीनने की कोशिश कर रही है। शिबू सोरेन को आदिवासी, दलित, शोषित और वंचित समुदायों का सच्चा हितैषी बताते हुए, उनका संघर्ष और आदर्श हमेशा प्रेरणा देने वाले रहेंगे।
उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन का संघर्ष और आदर्श हमेशा प्रेरणा देते रहेंगे। वे युगों-युगों तक एक प्रभावशाली जननेता के रूप में याद किए जाएंगे, जिन्होंने समाज को नई दिशा दी। हेमंत सोरेन उनके संघर्ष की विरासत को आगे बढ़ाएंगे, यही उम्मीद है।
अखिलेश यादव ने नेमरा गांव में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उनकी मां रूपी सोरेन, विधायक कल्पना सोरेन, विधायक बसंत सोरेन और अन्य परिवार के सदस्यों से मुलाकात की और संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में पूरे झारखंड के लोग उनके साथ हैं।