क्या मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ अदालती सुनवाई के बाद कार्रवाई होगी?

सारांश
Key Takeaways
- रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की चार्जशीट पेश की गई है।
- ईडी को सभी संबंधित पक्षों को चार्जशीट की कॉपी देनी होगी।
- कृष्णा हेगड़े ने राजनीति के दखल पर सवाल उठाए।
- भारत की अर्थव्यवस्था मजबूती की ओर बढ़ रही है।
- सभी राजनीतिक दलों को बच्चों की शिक्षा को तटस्थ रखना चाहिए।
मुंबई, २ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा समेत सभी आरोपियों को नोटिस जारी किया है। इस नोटिस के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
शिवसेना प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े ने कहा कि ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा के अलावा तीन कंपनियों और आठ अन्य व्यक्तियों के खिलाफ चार्जशीट प्रस्तुत की है। अदालत ने ईडी को निर्देश दिया है कि सभी संबंधित पक्षों को चार्जशीट की एक-एक कॉपी उपलब्ध कराई जाए। रॉबर्ट वाड्रा को २८ अगस्त से पहले अपना जवाब पेश करने के लिए कहा गया है, जिसके बाद मामले की सुनवाई अदालत में होगी और वह कार्यवाही के दौरान उपस्थित हो सकते हैं।
समाजवादी पार्टी के 'पीडीए पाठशाला' अभियान पर उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 'ए फॉर अखिलेश' और 'डी फॉर डिंपल' सिखाने की कोशिश समाजवादी पार्टी द्वारा की जा रही है, जो अत्यधिक आपत्तिजनक है। स्कूलों में बच्चों को तटस्थ और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलनी चाहिए, न कि किसी राजनीतिक दल के नेताओं का महिमामंडन। यह शिक्षा का राजनीतिकरण है और इसे खंडन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों की शिक्षा में राजनीति का दखल नहीं होना चाहिए और किसी भी पार्टी को स्कूलों को अपने प्रचार का माध्यम नहीं बनाना चाहिए।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को एसआईआर प्रक्रिया को लेकर दावा किया कि विपक्ष की स्वतंत्र जांच में यह सामने आया है कि चुनाव आयोग ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को लाभ पहुँचाने के लिए बड़े पैमाने पर वोट चोरी की है। उनके इस आरोप पर कृष्णा हेगड़े ने कहा कि राहुल गांधी को पता है कि वे बिहार चुनाव फिर से हारने वाले हैं, इसलिए वे अब बहाने तलाश रहे हैं। कभी सड़क का, कभी वोटर लिस्ट का बहाना बना रहे हैं। महाराष्ट्र में वोटरों की वृद्धि पर भी उन्होंने सवाल उठाए थे। लेकिन हकीकत यह है कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी की हार तय है। जनता उन्हें बार-बार नकार चुकी है।
मालेगांव ब्लास्ट में सीएम योगी आदित्यनाथ को भी फंसाने की साजिश के सवाल पर उन्होंने कहा कि मालेगांव केस के गवाह मोहन जोशी राव ने आरोप लगाया है कि साध्वी प्रज्ञा समेत कई व्यक्तियों को जानबूझकर फंसाया गया। उन्होंने दावा किया कि योगी आदित्यनाथ को भी साजिशन फंसाने की कोशिश हुई थी। इसके अतिरिक्त महबूब मुजावर ने कहा था कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को भी फंसाने की योजना थी। ये सभी देश के सम्मानित लोग हैं और इस मामले में पुलिस की भूमिका की गहन जांच होनी चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में चौथे स्थान पर है और जल्द ही तीसरे स्थान पर पहुँचने वाली है। हमारी अर्थव्यवस्था न केवल जीवंत है, बल्कि तेजी से आगे बढ़ रही है। यह एक वाइब्रेंट इकोनॉमी है। जैसे अमेरिका की अर्थव्यवस्था विश्व में शीर्ष पर है, वैसे ही भारत की अर्थव्यवस्था भी मजबूत बन रही है। इसलिए इसे 'डेड इकोनॉमी' कहना सरासर गलत और भ्रामक है।