क्या रोहिणी आचार्य का लालू परिवार से अलग होना वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है?: आनंद दुबे

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क्या रोहिणी आचार्य का लालू परिवार से अलग होना वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है?: आनंद दुबे

सारांश

क्या रोहिणी आचार्य का अपने परिवार से अलग होना एक दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है? आनंद दुबे ने इस विषय पर अपनी चिंता व्यक्त की है। जानिए इस राजनैतिक विवाद के पीछे का सच और क्या इससे लालू परिवार की स्थिति प्रभावित होगी।

Key Takeaways

  • रोहिणी आचार्य का राजनीति छोड़ना एक निजी निर्णय है।
  • आनंद दुबे का कहना है कि यह परिवार का मुद्दा है।
  • परिवारों में इस प्रकार के विभाजन से बचना चाहिए।

मुंबई, १७ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। आरजेडी प्रमुख लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य का राजनीति से दूर होना और परिवार से संबंध तोड़ना शिवसेना (यूबीटी) प्रवक्ता आनंद दुबे के अनुसार अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।

आनंद दुबे ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि रोहिणी आचार्य अपने दुःख को मीडिया के माध्यम से व्यक्त कर रही हैं। हम परिवार के टूटने की पीड़ा को समझते हैं। पहले लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप अलग हुए और अब रोहिणी भी अलग हो गईं। हमें आशा है कि यह एक निजी पारिवारिक मामला रहेगा और घर के भीतर ही सुलझ जाएगा। किसी भी परिवार को इस प्रकार के विभाजन का सामना नहीं करना चाहिए।

दुबे ने काशीनाथ चौधरी के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जब २०२० में कोविड काल के दौरान पालघर के संतों की हत्या हुई थी, तब भाजपा ने जोर-शोर से कहा था कि 'हम हिंदुओं के खिलाफ हैं।' वहीं, उसी भाजपा ने रविवार को काशीनाथ चौधरी का अपनी पार्टी में स्वागत किया और उन्हें सम्मानित किया। हम पूरे हिंदू समुदाय से प्रार्थना करते हैं कि जब तक भारतीय जनता पार्टी हमसे माफी नहीं मांगती, तब तक इसकी निंदा और खंडन किया जाना चाहिए।

बालासाहेब ठाकरे की पुण्यतिथि पर आनंद दुबे ने कहा कि आज हम सभी के लिए एक बहुत ही भावुक दिन है। आज ही के दिन हमारे हिंदू नेता बालासाहेब ठाकरे ने अपना बलिदान दिया था। यह दर्शाता है कि उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के बीच नजदीकियां दिन-प्रतिदिन बढ़ रही हैं। पिछले ६-७ महीनों में दोनों भाइयों की १२-१५ बार मुलाकात हो चुकी है। इससे विपक्ष बेचैन हो गया है, वे परेशान और व्यथित महसूस कर रहे हैं।

Point of View

परंतु इसका प्रभाव आरजेडी और लालू यादव की राजनीति पर अवश्य पड़ेगा।
NationPress
17/11/2025

Frequently Asked Questions

रोहिणी आचार्य ने राजनीति क्यों छोड़ी?
रोहिणी आचार्य ने व्यक्तिगत कारणों से राजनीति छोड़ने का निर्णय लिया है, जो कि परिवार के मुद्दों से जुड़ा है।
आनंद दुबे ने इस पर क्या कहा?
आनंद दुबे ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और आशा जताई है कि यह पारिवारिक मामला घर में ही सुलझ जाएगा।
क्या यह परिवार में और विभाजन का संकेत है?
यह एक चिंताजनक स्थिति है, लेकिन हमें उम्मीद है कि यह जल्द ही सुलझ जाएगा।
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