क्या सभ्य समाज में अमर्यादित भाषा का स्थान है? राहुल के बयान पर रिजिजू का जवाब
सारांश
Key Takeaways
- सभ्यता में गंदी भाषा का कोई स्थान नहीं है।
- राहुल गांधी के बयान से कांग्रेस को नुकसान हो रहा है।
- सकारात्मक राजनीति की आवश्यकता है।
- नेताओं को जिम्मेदार भाषा का प्रयोग करना चाहिए।
- जनता के प्रति जिम्मेदारी की भावना जरूरी है।
नई दिल्ली, ३० अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और छठ पूजा के संदर्भ में दिए गए बयान पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने तीखा जवाब दिया है। रिजिजू ने कहा कि सभ्य समाज में गंदी भाषा का कोई स्थान नहीं हो सकता।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री के बारे में ऐसी टिप्पणी की है, जिससे कांग्रेस के सदस्य भी शर्मिंदा हैं। उनके द्वारा प्रयुक्त शब्दों ने उनकी अपनी पार्टी को काफी नुकसान पहुँचाया है। कांग्रेस के कुछ अच्छे लोग भी इस बात से शर्मिंदा हैं, क्योंकि कोई भी जिम्मेदार नेता ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं कर सकता।
मीडिया से बातचीत के दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस नेता इस प्रकार की बातें करते हैं कि देश की जनता उन्हें दोबारा सत्ता में आने का अवसर नहीं देगी। कांग्रेस पार्टी एक विचारधारा विहीन पार्टी है और ऐसे नेताओं को सभ्य समाज में स्वीकार नहीं किया जा सकता। भारत की जनता इस तरह के व्यवहार को कभी भी सहन नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अब राहुल गांधी से परेशान हो चुकी है। कांग्रेस में कुछ अच्छे लोग हैं, जो जानते हैं कि जब भी राहुल गांधी बोलते हैं, कांग्रेस को नुकसान होता है। देश प्रगति के मार्ग पर चल रहा है, लेकिन राहुल गांधी अपने बयानों से कांग्रेस को धूमिल करने का काम कर रहे हैं।
बता दें, शिवसेना प्रवक्ता शाइना एनसी ने भी राहुल गांधी के बयान पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी एक बच्चे हैं और नाचने-गाने से ऊपर उनकी सोच नहीं है। शिवसेना प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी की सोच इतनी सीमित है कि वे विदेश जाकर देश का अपमान करते हैं और भारत में रहकर प्रधानमंत्री मोदी का अपमान करते हैं। ऐसे लोगों के पास नाच-गाने के अलावा कुछ नहीं है।