क्या शिवसेना विधायक ने कैंटीन कर्मचारी को थप्पड़ मारा? कांग्रेस नेता बोले- कानून को अपने हाथ में लेना गलत है

सारांश
Key Takeaways
- कानून का सम्मान करना आवश्यक है।
- सत्ता का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए।
- खाने की गुणवत्ता को सुधारने की ज़रूरत है।
- संविधान के अनुसार सभी को समान अधिकार हैं।
- राजनीतिक मुद्दों को सुलझाने के लिए उचित तरीके अपनाने चाहिए।
मुंबई, 9 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ द्वारा एक कैंटीन कर्मचारी को थप्पड़ मारने की घटना ने राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। इस मामले पर कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने विधायक पर सवाल उठाते हुए कहा कि कानून को अपने हाथ में लेना गलत है.
कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने बुधवार को मीडिया से चर्चा करते हुए कहा, "मूल समस्या एमएलए हॉस्टल में खाने को लेकर हुई है। कई लोगों ने शिकायत की है कि वहाँ उन्हें अच्छा खाना नहीं मिल रहा है। हालांकि, मेरा मानना है कि कानून को अपने हाथ में लेना गलत है। इस मुद्दे को सुलझाने के लिए समिति के अध्यक्ष ने स्वयं जाकर किसी पर हमला किया। यह कानून को अपने हाथ में लेना और सत्ता का दुरुपयोग करने के समान है।"
उन्होंने आगे कहा, "अगर खाने में कोई समस्या थी तो कैंटीन का कॉन्ट्रैक्टर बदलना चाहिए था। कर्मचारियों को मारना निंदनीय है। मैं इस मामले में कार्रवाई की मांग करता हूँ।"
इसके अलावा, एक वीडियो में शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ को मुंबईकैंटीन कर्मचारी को थप्पड़ मारते देखा जा सकता है।
इस घटना पर शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ ने कहा कि उन्होंने आकाशवाणी कैंटीन से खाना मंगवाया था, और जब उन्होंने पहला निवाला खाया तो उन्हें लगा कि खाने में कुछ गड़बड़ है। दूसरे निवाले से उन्हें उल्टी हो गई। कैंटीन का खाना सड़ा हुआ था और दाल भी खराब थी। उन्होंने पहले भी कैंटीन के मालिक को समझाया था कि अच्छा खाना दिया जाए, लेकिन वहाँ लोगों की जान से खिलवाड़ हो रहा है।
जब उन्हें कर्मचारी को पीटने के सवाल पर पूछा गया तो उन्होंने कहा, "मुझे उस व्यक्ति का नाम या धर्म नहीं पता। मुझे बस इतना पता था कि वह मेरी जान से खेल रहा था और इसलिए मैंने प्रतिक्रिया दी।"