क्या तनीषा मेहता 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2' में वृंदा के किरदार में नजर आएंगी?

सारांश
Key Takeaways
- तनीषा मेहता का वृंदा का किरदार भारतीय टेलीविजन में महत्वपूर्ण है।
- तुलसी का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है।
- धार्मिक रूटीन में नियमितता जीवन में सकारात्मकता लाती है।
मुंबई, 5 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेत्री तनीषा मेहता अब 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी सीजन 2' में वृंदा के किरदार में नजर आएंगी। उन्होंने शो से जुड़ने और अपनी जिंदगी में 'तुलसी' से जुड़े अनुभव साझा किए।
तनीषा ने कहा, "यह सच में एक सपने का सच होना जैसा है। इतनी प्रसिद्ध टीवी श्रृंखला में मुख्य भूमिका निभाना मेरे लिए गर्व की बात है। मैंने इस शो को देखकर बड़ा हुआ हूं, और अब इस कहानी का हिस्सा बनना मेरे लिए एक विशेष अनुभव है।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं अपने किरदार को निभाने के लिए पूरी मेहनत कर रही हूं। मुझे उम्मीद है कि दर्शक मुझे भी उतना प्यार देंगे जितना उन्होंने हमेशा इस शो को दिया है। जब मैं इसके बारे में सोचती हूं, तो मेरी आत्मा झंकृत हो जाती है। मैं इस अवसर के लिए एकता कपूर मैम की आभारी हूं।"
तुलसी के पौधे के महत्व के बारे में बात करते हुए तनीषा ने कहा, "तुलसी एक ऐसा पौधा है जिसका हमारे संस्कृति में गहरा धार्मिक महत्व है। इसका घर में बुरी नजर और नकारात्मकता से रक्षा करने का मान्यता है। यह घर में खुशी और शांति लाने का प्रतीक है।"
उन्होंने कहा, "यह एक ऐसा पौधा है जिसे मैंने अपने घर में तब लगाया जब मैं वहां रहने आई।"
तनीषा ने बताया कि वह अब अधिक धार्मिक हो गई हैं। उन्होंने कहा, "कई लोग नहीं जानते, लेकिन मैं कई वर्षों से धर्म के प्रति समर्पित हूं। मैं इस पर ज्यादा बात नहीं करती, लेकिन मेरे अपने विश्वास और तरीके हैं।"
अपने सुबह के रूटीन के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "मैं लंबे समय से इस रूटीन का पालन कर रही हूं। हर सोमवार सुबह, मैं अपने बिल्डिंग के नीचे वाले मंदिर में जाती हूं। वहां मैं महादेव का अभिषेक करती हूं और सूर्योदय को जल अर्पित करती हूं, साथ ही तुलसी के पौधे को भी।"
वर्कफ्रंट पर, तनीषा मेहता को 'शुभ लाभ आपके घर में' (2021), 'लग जा गले' (2023), और 'इक कुड़ी पंजाब दी' (2023) जैसे टीवी सीरियल में देखा जा चुका है।