क्या बिहार विधानसभा में तेजस्वी यादव को सहानुभूति नहीं मिलेगी? विजय कुमार सिन्हा का दावा
सारांश
Key Takeaways
- बिहार विधानसभा में चल रहे विरोध प्रदर्शन को नौटंकीबाजी करार दिया गया।
- तेजस्वी यादव पर सदन की गरिमा को ठेस पहुँचाने का आरोप।
- चुनाव आयोग ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के आरोपों को खारिज किया।
- विपक्ष के पास कोई ठोस एजेंडा नहीं है, केवल समय बर्बाद कर रहे हैं।
- सदन में शांति बनाए रखने की अपील की गई।
पटना, २५ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के एसआईआर मुद्दे पर विधानसभा में चल रहे विरोध प्रदर्शन को ‘नौटंकीबाजी’ और ‘अराजकता’ का नाम दिया।
शुक्रवार को मीडिया के साथ बातचीत में विजय कुमार सिन्हा ने तेजस्वी यादव पर आरोप लगाया कि उन्होंने सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाया है और लालू प्रसाद यादव की नीति का अनुसरण करते हुए बिहार को अपमानित किया है। उन्होंने कहा कि बिहार को बार-बार शर्मिंदा नहीं होना पड़ेगा और सदन के अंतिम दिन शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने राजद से आग्रह किया कि वे जनता के मुद्दों को सदन में उठाएं, क्योंकि जनता ने उन्हें यही करने के लिए वोट दिया है।
एसआईआर के मुद्दे पर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा लगाए गए आरोपों पर उन्होंने कहा कि राहुल गांधी बेवजह आरोप लगाते हैं और झूठ फैलाने का काम करते हैं। इसी कारण से उन्हें बार-बार फटकार लगाई जाती है।
मंत्री मदन सहनी ने कहा कि चुनाव आयोग ने न केवल राहुल गांधी के दावों को खारिज किया है, बल्कि तेजस्वी यादव के आरोपों को भी ठुकराया है। हम चुनाव आयोग के कार्यों का समर्थन करते हैं।
मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि विरोध का एक तरीका होता है, और कुछ लोग भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। किसी मतदाता का नाम मतदाता सूची से हटाने का आयोग का कोई इरादा नहीं है। विपक्ष के पास कोई ठोस एजेंडा नहीं है, इसलिए वे केवल विधानसभा का समय बर्बाद कर रहे हैं।
बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष वोटर वेरिफिकेशन के मुद्दे पर आमने-सामने आए। सत्ता पक्ष ने नेता प्रतिपक्ष पर आरोप लगाया कि उन्होंने डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के खिलाफ अशोभनीय भाषा का प्रयोग किया। शुक्रवार को सदन के अंतिम दिन एनडीए सरकार के विधायक हेल्मेट पहनकर सदन में पहुंचे, जिसे राजद ने नौटंकी करार दिया।