क्या अमित मालवीय का सोशल मीडिया पर दावा सही है? तेजस्वी की सभा में पीएम मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग?

सारांश
Key Takeaways
- अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि राजद की सभा में मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग हुआ।
- तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दी।
- भाजपा ने इसे संस्कार का विषय बताया है।
- राजद ने इसे प्रोपेगेंडा कहा है।
- बिहार की राजनीति में यह विवाद गहराता जा रहा है।
नई दिल्ली, 20 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने शनिवार को आधिकारिक 'एक्स' पोस्ट के माध्यम से बताया कि बिहार के पातेपुर विधानसभा में आयोजित राजद की एक जनसभा में एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल हुआ।
उन्होंने कहा, "शनिवार को पातेपुर विधानसभा में राजद की जनसभा में प्रधानमंत्री मोदी की माताजी के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया गया। मंच पर तेजस्वी यादव मौजूद थे, लेकिन उन्होंने अपने समर्थकों को रोका नहीं। पहले बिहार कांग्रेस ने अपने आधिकारिक अकाउंट से वीभत्स वीडियो जारी किया और अब राजद ने प्रधानमंत्री की दिवंगत माताजी के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल कराया। यही है विपक्ष की राजनीति - न सभ्यता, न संस्कार।"
बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने भी एक वीडियो जारी करते हुए लिखा, "तेजस्वी यादव के मंच से उनकी मौजूदगी में एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वर्गीय माताश्री के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है और लोकतंत्र का घोर अपमान है। क्या यही है विपक्ष की राजनीति? क्या मां-बहनों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करना ही उनका संस्कार और हथियार बन गया है? बिहार की जनता इस गंदी राजनीति को अच्छी तरह समझ रही है और लोकतांत्रिक तरीके से जवाब देगी।"
भाजपा सांसद नित्यानंद राय ने भी लिखा, "अपमानजनक टिप्पणी में पीएचडी हासिल कर चुके तेजस्वी यादव और उनके गुर्गों की एक और शर्मनाक करतूत। यह अभद्र भाषा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ हार की बौखलाहट में है। तेजस्वी यादव और राजद वाले याद रखो, आपका संस्कार, आपका चरित्र सड़क पर है। देश और बिहार के लोग देख रहे हैं। करारा जवाब मिलेगा। अब पानी सर से ऊपर गुजर रहा है। 14 करोड़ बिहारियों की भावनाओं पर चोट करना बहुत महंगा पड़ेगा।"
इसी बीच, राजद जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र ने कहा कि किसी की मां के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करना निंदनीय है। वीडियो फुटेज देखकर देखा जा सकता है कि राजद के किसी भी मंच से अभद्र भाषा बोलने का प्रश्न नहीं है।
उन्होंने कहा कि राजद के लोग इतने संस्कारी हैं कि इस तरह की बातों पर विश्वास नहीं करते। भाजपा और आरएसएस के लोग तेजस्वी यादव की लोकप्रियता को देखते हुए प्रोपेगेंडा फैला रहे हैं। तेजस्वी यादव के मंच से पीएम मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने की बात गलत है।