क्या तिमाही परिणाम, यूएस सरकार का शटडाउन और वैश्विक आर्थिक आंकड़े शेयर बाजार की दिशा निर्धारित करेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- अगले हफ्ते का बाजार प्रदर्शन महत्वपूर्ण होगा।
- यूएस शटडाउन का प्रभाव बाजार पर पड़ सकता है।
- आईपीओ की नई लहर निवेशकों का ध्यान आकर्षित कर सकती है।
- एफओएमसी मिनट्स से ब्याज दरों की दिशा स्पष्ट होगी।
- पिछले हफ्ते का सकारात्मक प्रदर्शन निवेशकों के लिए उत्साहजनक है।
मुंबई, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए आगामी हफ्ता अत्यंत महत्वपूर्ण होने वाला है। दूसरी तिमाही के नतीजे, अमेरिकी सरकार का शटडाउन, एफओएमसी मिनट्स और अन्य आर्थिक आंकड़ों से बाजार की चाल प्रभावित होगी।
जल्द ही, जुलाई-सितंबर की तिमाही के नतीजे आना शुरू होंगे। 9 अक्टूबर को, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और टाटा एलेक्सी के सितंबर तिमाही के परिणामों की घोषणा होने वाली है।
इस दौरान, आईपीओ बाजार भी निवेशकों का ध्यान आकर्षित करेगा। अगले हफ्ते, टाटा कैपिटल का आईपीओ खुलेगा, जबकि एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स के आईपीओ के नए अपडेट से बाजार की दिशा तय होगी।
यूएस फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) के मिनट्स जारी किए जाएंगे, जो ब्याज दरों के निर्धारण से संबंधित बैठक का संपूर्ण विवरण प्रदान करेंगे। यह बैठक 16-17 सितंबर को आयोजित हुई थी।
दुनिया भर के निवेशकों की नज़र अमेरिकी सरकार के शटडाउन पर है। डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन के बीच फंडिंग प्रस्ताव के टकराव के कारण शटडाउन अगले हफ्ते तक जारी रहने की संभावना है।
पिछले हफ्ते, भारतीय शेयर बाजार ने अच्छा प्रदर्शन किया। निफ्टी 239 अंक या 0.97 प्रतिशत की तेजी के साथ 24,894 पर और सेंसेक्स 780 अंक या 0.97 प्रतिशत की बढ़त के साथ 81,207 पर बंद हुआ।
29 सितंबर से 3 अक्टूबर के कारोबारी सत्र में, निफ्टी पीएसयू बैंक 4.43 प्रतिशत की बढ़त के साथ शीर्ष स्थान पर रहा, जबकि निफ्टी मेटल में 3.93 प्रतिशत, निफ्टी मीडिया में 1.87 प्रतिशत, निफ्टी प्राइवेट बैंक में 2.53 प्रतिशत और निफ्टी पीएसई में 2.77 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
लार्जकैप के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप में भी खरीदारी का रुझान दिखाई दिया। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 1,124 अंक या 2.00 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 57,503 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 317 अंक या 1.81 प्रतिशत की मजबूती के साथ 17,787 पर बंद हुआ।