क्या 'विधि-शासन पर शी चिनफिंग के विचारों के अध्ययन की रूपरेखा' का 2025 संस्करण प्रकाशित हो गया है?
सारांश
Key Takeaways
- शी चिनफिंग के विचारों का गहन अध्ययन
- कानून के शासन पर प्रमुख दृष्टिकोण
- चीनी विशेषताओं वाले समाजवाद का महत्व
- मार्क्सवादी कानूनी सिद्धांत का अनुकूलन
- नए युग में विधि-शासन की दिशा
बीजिंग, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। वर्ष 2021 में आई 'विधि-शासन पर शी चिनफिंग के विचारों के अध्ययन की रूपरेखा' पुस्तक को हाल ही में अपडेट करके 'विधि-शासन पर शी चिनफिंग के विचारों के अध्ययन की रूपरेखा (2025 संस्करण)' के नाम से जारी किया गया है, जो अब देश भर में उपलब्ध है।
इसका मुख्य उद्देश्य नए युग में चीनी विशेषताओं वाले समाजवाद पर शी चिनफिंग के विचारों का गहन अध्ययन करना है, विशेष रूप से उनके कानून के शासन पर दृष्टिकोण को और विस्तार देना है।
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) की 18वीं राष्ट्रीय कांग्रेस (नवंबर 2012) के बाद, शी चिनफिंग के नेतृत्व में पार्टी की केंद्रीय समिति ने चीनी विशेषताओं वाले समाजवाद को बनाए रखने और आगे बढ़ाने के लिए विधि-शासन को स्थापित, नियोजित और सख्ती से लागू किया है। मार्क्सवादी कानूनी सिद्धांत को चीन की कानूनी विकास की वास्तविकताओं और चीन की उत्कृष्ट पारंपरिक कानूनी संस्कृति के साथ जोड़कर, अनेक नई अवधारणाएं और रणनीतियां प्रस्तुत की गई हैं। इनसे विधि-शासन पर शी चिनफिंग के विचार विकसित हुए हैं।
विधि-शासन पर शी चिनफिंग के विचार मार्क्सवादी कानूनी सिद्धांत को चीनी संदर्भ में अनुकूलित करने की नवीनतम उपलब्धि हैं, जो नए युग में चीनी विशेषताओं वाले समाजवाद पर शी चिनफिंग के विचारों का एक महत्वपूर्ण घटक हैं। यह नए युग में विधि-शासन को आगे बढ़ाने के लिए मौलिक दिशानिर्देश और कार्य योजना भी प्रस्तुत करता है।
इस पुस्तक के 2025 संस्करण में 14 अध्याय, 51 खंड, 142 लेख और 1,05,000 शब्द शामिल हैं। यह पुस्तक शी चिनफिंग के विधि-शासन पर विचार के महत्व, सार और व्यावहारिक आवश्यकताओं को व्यवस्थित रूप से प्रस्तुत करती है, और नए युग में विधि-शासन के क्षेत्र में चीनी विशेषताओं वाले समाजवाद पर शी चिनफिंग के विचारों के योगदान को व्यापक रूप से उजागर करती है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)