क्या विपक्ष बीएमसी की घटना पर राजनीतिक एजेंडा तैयार कर रहा है? : जगन्नाथ प्रधान

सारांश
Key Takeaways
- जगन्नाथ प्रधान ने विपक्ष पर हमले का आरोप लगाया है।
- बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त पर हमले की घटना विवाद का कारण बनी है।
- ओडिशा प्रशासनिक सेवा के अधिकारी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
- राजनीति में ऐसे मामले अक्सर देखने को मिलते हैं।
- कानून के शासन का महत्व बताया गया।
भुवनेश्वर, 3 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा भाजपा के राज्य कार्यालय में भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) के अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू पर हुए हमले को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता जगन्नाथ प्रधान की पोस्ट पर हाई-लेवल ड्रामा देखने को मिला। प्रधान पार्टी मुख्यालय पहुँचे, जहाँ उन्होंने भाजपा के राज्य अध्यक्ष मनमोहन समल समेत वरिष्ठ नेताओं के साथ करीब दो घंटे तक बंद कमरे में चर्चा की।
बैठक के बाद, जगन्नाथ प्रधान ने मीडिया से बातचीत में बताया कि हमारे पार्टी अध्यक्ष ने उन्हें बुलाया था। उन्होंने कहा, "एक परिवार के रूप में मैंने मुलाकात की और चर्चा की। अब मैं अपने घर लौट रहा हूँ।" हालांकि, बैठक में क्या चर्चा हुई, इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
शाम को जगन्नाथ प्रधान की एक्स पोस्ट वायरल होने के बाद विवाद और बढ़ गया। उन्होंने लिखा, "पिछले दो दिनों से विपक्ष बीएमसी की घटना पर राजनीतिक एजेंडा पकाने की कोशिश कर रहा है। मैंने पहले भी कहा है, और मैं दोहरा रहा हूँ—यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूँ। ओडिशा में प्रशासनिक गतिरोध के कारण कानून-व्यवस्था का बिगड़ना तय है। राज्य और हमारी सरकार के हित में मैं कानून के शासन को कायम रखता हूँ और किसी भी कानूनी कार्रवाई में पूरा सहयोग करूंगा। जय जगन्नाथ।"
आपको बताना चाहिए कि विपक्ष बीएमसी कार्यालय में बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त पर कथित हमले के पीछे जगन्नाथ प्रधान को निशाना बना रहा है, जिसमें एक भाजपा पार्षद समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, ओडिशा प्रशासनिक सेवा (ओएएस) संघ ने रत्नाकर साहू पर हमले के खिलाफ एकजुटता दिखाई और इसके खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। ओडिशा प्रशासनिक सेवा (ओएएस) और ओडिशा राजस्व सेवा (ओआरएस) के अधिकारियों ने छुट्टी पर जाने का निर्णय लिया, जिससे सरकारी दफ्तरों में कामकाज प्रभावित हो रहा है।