क्या वोट चोरी कर बनी सरकार रोजगार और जमीन दोनों छीन रही है: कन्हैया कुमार?

सारांश
Key Takeaways
- वोट चोरी से लोकतंत्र को खतरा है।
- कांग्रेस ने बिहार के विकास में अहम भूमिका निभाई है।
- रोजगार और जमीन की सुरक्षा पर ध्यान देना जरूरी है।
- मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण की आवश्यकता है।
- सामाजिक न्याय और आरक्षण के लिए संघर्ष जारी रहेगा।
पटना, २४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले, प्रदेश की राजधानी पटना में बुधवार को कांग्रेस कार्यसमिति की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में सदाकत आश्रम में करीब चार घंटे तक चर्चा की गई, जिसमें ५७ लोगों ने अपने विचार रखे।
बैठक के बाद आयोजित एक प्रेस वार्ता में कांग्रेस के नेता कन्हैया कुमार ने खास अपील की। उन्होंने कहा कि बिहार में चुनाव चल रहे हैं, इसीलिए पार्टी की ओर से बिहार के लोगों के लिए एक विशेष अपील जारी की गई है। उन्होंने चेतावनी दी कि वोट चोरी कर बनी सरकार न केवल रोजगार की चोरी करेगी, बल्कि जमीन की भी चोरी करेगी।
उन्होंने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने बिहार के औद्योगिक और सामाजिक परिदृश्य को आकार देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। कांग्रेस के नेतृत्व में बिहार ने अनेक ऐतिहासिक परियोजनाओं का अनुभव किया है। सामाजिक न्याय और शिक्षा के क्षेत्र में कांग्रेस के प्रयास भी उतने ही महत्वपूर्ण रहे हैं।
कांग्रेस द्वारा जारी अपील में कहा गया है कि वंचितों को सशक्त बनाने से लेकर उद्योगों के आधुनिकीकरण तक, बिहार के लिए कांग्रेस का योगदान प्रगति और समावेशिता की विरासत है। लेकिन, कांग्रेस के नेतृत्व में बिहार ने जो समृद्ध और समतावादी समाज बनने की यात्रा शुरू की थी, वह आज बड़े खतरे में है। मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण की साजिश हमारे लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा है। जब जनता का वोट छीना जाता है, तो उनके भविष्य, गरिमा और संवैधानिक अधिकार भी छिन जाते हैं।
कांग्रेस ने बताया कि राहुल गांधी ने बिहार में मताधिकार यात्रा निकाली, ताकि इस अलोकतांत्रिक प्रक्रिया का विरोध किया जा सके। जब तक प्रत्येक नागरिक का वोट सुरक्षित नहीं होगा, तब तक उनके अधिकार और भविष्य सुरक्षित नहीं रह सकते।
कांग्रेस का मानना है कि नीतीश कुमार के खोखले वादों से आज बिहार की जनता सड़कों पर है। मुख्यमंत्री के २० वर्षों के कार्यकाल के बावजूद उन्होंने जनता को सशक्त बनाने के लिए बहुत कम किया है। खासकर जदयू और भाजपा के गठबंधन के बाद, भ्रष्टाचार और अपराध बढ़ गए हैं।
कांग्रेस कार्यसमिति ने बिहार की जनता से अपने वोट की ताकत को पहचानने की अपील की है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस संसद और सड़कों पर इस संघर्ष को जारी रखने का संकल्प लेती है। यह लड़ाई हमारे मौलिक अधिकारों की रक्षा, आरक्षण और सामाजिक न्याय के लिए है। अंत में, उन्होंने बिहार के लोगों से इस लड़ाई में साथ देने का आह्वान किया।