क्या वोटर अधिकार यात्रा वास्तव में सफल होगी? उपेंद्र कुशवाहा का बयान

सारांश
Key Takeaways
- उपेंद्र कुशवाहा ने यात्रा को जीरो से जीरो पर खत्म बताया।
- 1 सितंबर को पटना में समापन जनसभा का आयोजन होगा।
- इंडिया ब्लॉक को बिहार की जनता समझदार मानती है।
- कुशवाहा का दावा है कि एनडीए की सरकार फिर से बनेगी।
- तेजस्वी यादव को लेकर कुशवाहा ने कड़ा बयान दिया।
पटना, 31 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही 'वोटर अधिकार यात्रा' पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि यह यात्रा शुरू से ही प्रभावहीन रही है और इसका समापन भी बिना किसी उपलब्धि के होगा।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने इस यात्रा को जीरो से शुरू और जीरो पर खत्म होने वाली यात्रा बताया।
ज्ञात हो कि 1 सितंबर को पटना में वोटर अधिकार यात्रा का समापन होने वाला है। इस अवसर पर एक भव्य जनसभा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें इंडिया ब्लॉक के प्रमुख नेताओं के शामिल होने की संभावना है।
इसके अलावा, उपेंद्र कुशवाहा ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव के उस बयान पर भी कड़ा प्रतिवाद किया, जिसमें उन्होंने आरा जिले में वोटर अधिकार यात्रा के दौरान अपने नाम को मुख्यमंत्री पद के लिए घोषित किया था। कुशवाहा ने कहा कि यह विडंबना है कि तेजस्वी यादव खुद को सीएम फेस घोषित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस गठबंधन में वे हैं, उसमें कई राजनीतिक दल हैं और जब उनसे सवाल किया जाता है तो वे इधर-उधर देखने लग जाते हैं।
कुशवाहा ने आगे दावा किया कि इंडिया ब्लॉक कन्फ्यूज़्ड है और इस तरह का कन्फ्यूज़्ड गठबंधन बिहार की जनता को कंफ्यूज नहीं कर सकता है। इसलिए उन्हें कोई लाभ नहीं होने वाला है।
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के बयान पर उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी चिंता करनी चाहिए, दूसरों की नहीं। बिहार में महागठबंधन का कोई अस्तित्व नहीं है।
कुशवाहा ने यह भी कहा कि वोटर अधिकार यात्रा के माध्यम से जो हंगामा किया जा रहा है, उससे बिहार की जनता को गुमराह नहीं किया जा सकता। बिहार की जनता समझदार है और वे इन झांसे में नहीं आने वाले हैं।
उनके अनुसार, बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बहुमत से बनेगी।