क्या लाल किले के सामने जैन धार्मिक आयोजन से कलश चोरी का मामला सुलझ गया?

सारांश
Key Takeaways
- लाल किला के पास सुरक्षा में कमी की समस्या।
- चोरी हुआ कलश अत्यंत कीमती है।
- क्राइम ब्रांच ने आरोपी को गिरफ्तार किया।
- दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा को लेकर नई चुनौतियों का सामना किया।
- जैन धार्मिक आयोजन का महत्व।
नई दिल्ली, 8 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के सामने पार्क में चल रहे जैन धार्मिक आयोजन से हाल ही में चोरी हुआ लगभग एक करोड़ रुपए का कलश अब क्राइम ब्रांच के हाथों में है। दिल्ली पुलिस के अनुसार, आरोपी को हिरासत में लिया गया है और मामले की जांच आगे बढ़ रही है।
सूत्रों के अनुसार, यह चोरी उस समय हुई जब लाल किला परिसर में जैन समुदाय का एक धार्मिक आयोजन चल रहा था। यह आयोजन 15 अगस्त से प्रारंभ हुआ था और 9 सितंबर तक जारी रहेगा। आयोजन के दौरान व्यापारी सुधीर जैन प्रतिदिन पूजा के लिए यह कलश लेकर आते थे।
बताया जा रहा है कि यह कलश अत्यंत मूल्यवान है, जो 760 ग्राम सोने से निर्मित है और इसमें लगभग 150 ग्राम हीरे और पन्ने जड़े हुए हैं।
कलश चोरी की घटना के बाद, पुलिस ने परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की, जिसमें एक संदिग्ध की गतिविधियां पकड़ी गईं। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई टीमों का गठन किया था और अब क्राइम ब्रांच ने आरोपी को पकड़ने में सफलता प्राप्त की है।
यह पहली बार नहीं है जब लाल किले में सुरक्षा में चूक की खबर आई है। इससे पहले, स्वतंत्रता दिवस से पहले सुरक्षा अभ्यास के दौरान एक नकली बम का पता लगाने में विफल रहने के कारण दिल्ली पुलिस के 7 कर्मियों को निलंबित किया गया था।
अधिकारियों ने 15 अगस्त के समारोह से पूर्व दिल्ली में सुरक्षा को कड़ा किया और संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई अभ्यास किए।