क्या लालचंद राजपूत ने स्कॉटलैंड के लिए लिस्ट-ए मुकाबले खेले?
सारांश
Key Takeaways
- लालचंद राजपूत का जन्म 1961 में हुआ।
- उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय टीमों को कोचिंग दी।
- स्कॉटलैंड के लिए लिस्ट-ए मुकाबले खेले।
- टी20 विश्व कप 2007 में भारतीय टीम के मैनेजर रहे।
- क्रिकेट में युवा खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
नई दिल्ली, 17 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पूर्व भारतीय क्रिकेटर और प्रसिद्ध कोच लालचंद राजपूत ने खेल के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने अफगानिस्तान, जिम्बाब्वे और यूएई की टीमों को कोचिंग देकर कई युवा खिलाड़ियों के करियर को संवारने में मदद की है। स्कॉटलैंड के लिए लिस्ट-ए मुकाबले खेलकर उन्होंने वहाँ भी लोकप्रियता प्राप्त की। उनका योगदान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।
लालचंद राजपूत का जन्म 18 दिसंबर 1961 को मुंबई में हुआ। उनके टैलेंट को पहचानने का श्रेय कोच रमाकांत आचरेकर को जाता है। वे 1980-81 में श्रीलंका का दौरा करने वाली अंडर-20 टीम का हिस्सा थे, जिसमें रवि शास्त्री और नवजोत सिंह सिद्धु जैसे नामचीन खिलाड़ी भी शामिल थे।
लालचंद ने बॉम्बे की टीम के कप्तान के रूप में सचिन तेंदुलकर को रणजी ट्रॉफी में डेब्यू करने का मौका दिया। उन्होंने फर्स्ट क्लास और लिस्ट-ए मुकाबलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, हालाँकि इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में उन्हें निराशा का सामना करना पड़ा।
1980 के दशक में, जब सुनील गावस्कर ने बैटिंग ऑर्डर में परिवर्तन का सुझाव दिया, तब लालचंद को टेस्ट टीम में भी शामिल किया गया।
दाएं हाथ के बल्लेबाज लालचंद राजपूत ने अपने पहले टेस्ट मैच में 32 और 61 रन बनाकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया, लेकिन बाद में उन्हें टेस्ट टीम में फिर से मौका नहीं मिला।
1987 में, उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज के लिए चुना गया, लेकिन वे इस अवसर पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके।
साल 1987 में, लालचंद ने स्कॉटलैंड के लिए क्रिकेट खेला और वहाँ उन्होंने कुछ लिस्ट-ए और अनौपचारिक मैच भी खेले। इस दौरान उन्होंने लोकप्रियता हासिल की।
लालचंद राजपूत ने विभिन्न आयु वर्ग में टीमों को कोचिंग दी है और उन्होंने इंडिया ए का मार्गदर्शन भी किया है। उन्हें टी20 विश्व कप 2007 के लिए भारतीय टीम का मैनेजर नियुक्त किया गया था।
जून 2016 से अगस्त 2017 तक, उन्होंने अफगानिस्तान क्रिकेट टीम को कोचिंग दी और इसके बाद जिम्बाब्वे के कोच रहे। हाल ही में उन्हें फरवरी 2024 में यूएई क्रिकेट टीम का हेड कोच बनाया गया।