क्या लेबनान में इजरायली ड्रोन हमले में ईरान के प्रमुख कमांडर की मौत हुई?
सारांश
Key Takeaways
- इजरायली ड्रोन हमले में ईरानी कुद्स फोर्स के एक शीर्ष कमांडर की मौत हुई।
- लेबनान में यह कार्रवाई इजरायल के सुरक्षा प्रयासों का हिस्सा है।
- ईरान के लिए यह घटना एक बड़े झटके के रूप में देखी जा रही है।
तेल अवीव, 25 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। इजरायली सेना ने यह दावा किया है कि लेबनान में किए गए एक ड्रोन हमले में ईरानी कुद्स फोर्स के एक प्रमुख कमांडर की मौत हुई है। यह ईरान के लिए एक बड़ा झटका है। इसी वर्ष, इजरायली एयर स्ट्राइक में ईरान के तीन शीर्ष कमांडर मारे गए थे।
द टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, आईडीएफ और शिन बेट ने बताया, "गुरुवार सुबह उत्तर-पूर्वी लेबनान में ईरान के कुद्स फोर्स की ऑपरेशंस यूनिट के एक टॉप कमांडर को ड्रोन स्ट्राइक में मार गिराया गया।"
लेबनान की सरकारी समाचार एजेंसी ने भी जानकारी दी है कि सीरियाई सीमा की ओर जाने वाली सड़क पर एक वाहन को निशाना बनाकर किए गए इजरायली ड्रोन हमले में दो लोग मारे गए।
इजरायली बयान में कहा गया है कि उनका लक्ष्य हुसैन महमूद मर्शाद अल-जौहरी थे, जो हाल के वर्षों में "सीरिया-लेबनान क्षेत्र में इजरायल के खिलाफ आतंकवादी साजिशों" में शामिल रहे हैं।
इसमें यह भी कहा गया है कि ऑपरेशंस यूनिट, जिसे यूनिट 840 के नाम से जाना जाता है, "वह यूनिट है जो इजरायल के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों को निर्देशित करती है।" सेना ने हमले का ड्रोन फुटेज भी जारी किया है।
यरुशलम पोस्ट के अनुसार, मारे गए कमांडर अल-जवाहिरी एक कुशल इंटेलिजेंस एजेंट थे, जिनके पास आम कुद्स फोर्स के आतंकवादी एजेंटों से अधिक विशेष क्षमताएं थीं।
यह ईरान के लिए एक बड़ा झटका है। ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गॉर्ड्स कोर (आईआरजीसी) के कमांडर हुसैन सलामी की 13 जून को इजरायली हमले में मौत हुई थी। सलामी को इजरायल और अमेरिका के खिलाफ सख्त रुख अपनाने के लिए जाना जाता था।
13 से 23 जून तक चले संघर्ष में इजरायल-यूएस ने मिलकर ईरान पर हमला किया था, जिसमें सलामी के अलावा ईरान के सशस्त्र बलों के प्रमुख और उप कमांडर की भी मौत हुई थी।