क्या लिथुआनिया के एयरस्पेस में संदिग्ध गुब्बारे फिर से नजर आए?
सारांश
Key Takeaways
- लिथुआनिया के एयरस्पेस में संदिग्ध गुब्बारे देखे गए हैं।
- प्रधानमंत्री इंग्गा रुगिनिएने ने सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है।
- बेलारूस के साथ सीमा बंद करने का विचार किया जा रहा है।
- यह घटना हाइब्रिड मनोवैज्ञानिक ऑपरेशन का हिस्सा हो सकती है।
- लिथुआनिया की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है।
विलनियस, 27 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। लिथुआनिया ने अपने हवाई क्षेत्र में देखे गए संदिग्ध गुब्बारों के संबंध में सोमवार सुबह एक सुरक्षा परिषद की बैठक आयोजित की। लिथुआनिया की प्रधानमंत्री, इंग्गा रुगिनिएने ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए बताया कि वे बेलारूस से सटी सीमाओं को बंद करने पर विचार कर रही हैं।
उन्होंने कहा, "केवल राजनयिकों और बेलारूस छोड़ने वाले ईयू नागरिकों की आवाजाही को छोड़कर" सरकार बेलारूस के साथ अपनी सीमा को बंद करने की योजना बनाएगी। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि लिथुआनिया के हवाई क्षेत्र में देखे गए किसी भी गुब्बारे को मार गिराया जाएगा।
पब्लिक ब्रॉडकास्टर एलआरटी ने इस मामले की रिपोर्ट की है। प्रधानमंत्री ने कहा, "इस प्रकार हम बेलारूस को स्पष्ट संदेश दे रहे हैं कि यहां किसी भी हाइब्रिड हमले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और हम ऐसे हमलों को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे।"
वास्तव में, लिथुआनिया के हवाई क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों में कई गुब्बारे देखे गए हैं। इसके चलते रविवार रात को विलनियस एयरपोर्ट को एक हफ्ते में चौथी बार बंद कर दिया गया। रविवार को भी इसी तरह की घटनाएं हुईं, जिनसे अनुमान लगाया जा रहा है कि ये हीलियम के गुब्बारे थे।
पहले ऐसा माना गया था कि इन गुब्बारों का उपयोग मुख्य रूप से बेलारूस से सिगरेट लाने वाले स्मगलर कर रहे थे, लेकिन अधिकारियों ने अपनी जांच में पाया कि इन्हें जानबूझकर विलनियस पर दबाव डालने और देश की तैयारी को परखने के लिए रूस और बेलारूस द्वारा भेजा गया है।
नेशनल क्राइसिस मैनेजमेंट सेंटर के प्रमुख विल्मांतास विटकाउस्कस ने एलआरटी को बताया कि रविवार रात रडार पर 66 वस्तुएं देखी गईं।
लिथुआनिया के राष्ट्रपति गितानास नौसेदा के सीनियर सलाहकार डेविडस माटुलियोनिस ने कहा कि यह लिथुआनियाई लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी में रुकावट डालने के लिए एक "हाइब्रिड मनोवैज्ञानिक ऑपरेशन" का हिस्सा था।
उन्होंने कहा, "हमें पूरी उम्मीद है कि त्वरित कार्रवाई की जाएगी, लेकिन मजबूत राजनयिक और कुछ कानूनी कदम भी उठाए जाने चाहिए, जिन्हें सेइमास (लिथुआनियाई संसद) को जल्द से जल्द स्वीकृति देनी चाहिए।"