क्या आपको आतंकियों के धर्म को देखकर दुखी होना चाहिए? लोकसभा में विपक्ष के हंगामे पर अमित शाह का जवाब

सारांश
Key Takeaways
- अमित शाह ने विपक्ष को जवाब देते हुए आतंकवाद
- लोकसभा में सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा महत्वपूर्ण है।
- उन्होंने पाकिस्तान की भूमिका पर सवाल उठाए।
- भारतीय सेना की कामयाबी पर गर्व किया।
- आतंकवाद के खिलाफ कदम उठाने की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, २९ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में विपक्ष के हंगामे का सख्त जवाब दिया है। जब अमित शाह मंगलवार को सदन में 'ऑपरेशन महादेव' की जानकारी दे रहे थे, जिसमें सेना ने पहलगाम में तीन आतंकियों को ढेर किया, तब अचानक विपक्ष ने शोर मचाना शुरू कर दिया। केंद्रीय गृहमंत्री ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को सलाह दी कि 'आप आतंकवादियों का धर्म देखकर दुखी न हों।'
अमित शाह ने आगे कहा, 'यह हमारे देश की सेना और सीआरपीएफ की एक बड़ी कामयाबी है, जिस पर हमें गर्व होना चाहिए।'
उन्होंने कांग्रेस नेता चिदंबरम की टिप्पणी का भी जवाबचिदंबरम ने यह सवाल उठाया।' गृह मंत्री ने सवाल किया, 'क्या वे पाकिस्तान को बचाना चाहते हैं?'
अमित शाह ने कहा, 'हमारे पास प्रूफ है कि ये तीनों पाकिस्तानी थे। उनके पास राइफलें थीं और चॉकलेट भी पाकिस्तान में बनी थी।'
विपक्ष को घेरते हुए उन्होंने कहा, 'इसका मतलब है कि एक पूर्व गृह मंत्री पाकिस्तान को क्लीन चिट दे रहा है।'
अमित शाह ने बताया कि भारत ने कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) की बैठकों में की गई भूल को सुधारने का काम किया। भारत ने सिंधु जल संधि को रद्द किया और पाकिस्तानियों को देश छोड़ने का आदेश दिया।
उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के बाद की जानकारी दी और कहा कि हमारे डीजीएमओ ने पाकिस्तान के डीजीएमओ को बताया कि हमने आत्मरक्षा के अधिकार का उपयोग किया है। रात १:२६ पर हमारा ऑपरेशन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।