क्या है ‘लव इन वियतनाम’ की खासियत? फिल्म की स्टारकास्ट ने किया खुलासा

सारांश
Key Takeaways
- फिल्म एक अनोखी प्रेम कहानी है।
- भारत और वियतनाम की संस्कृतियों का मेल।
- स्टारकास्ट का अनुभव और विचार।
- उपन्यास से प्रेरित, लेकिन एक अलग कहानी।
- 12 सितंबर को रिलीज होने वाली है।
मुंबई, 1 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता शांतनु माहेश्वरी और अवनीत कौर की नई फिल्म ‘लव इन वियतनाम’ जल्द ही दर्शकों के सामने आने वाली है। यह एक प्रेम कहानी है, जो सबाहतिन अली के 1943 के तुर्की उपन्यास 'मैडोना इन अ फर कोट' पर आधारित है।
फिल्म की स्टारकास्ट ने राष्ट्र प्रेस से खास बातचीत की और कई दिलचस्प पहलुओं पर चर्चा की।
सवाल: इस रोमांटिक फिल्म के निर्माण का विचार कहां से आया?
अवनीत कौर: हमें इस फिल्म की कहानी पहली बार में ही बहुत पसंद आई। मुझे खासतौर पर अपने किरदार की चुलबुली और प्यारी स्वभाव ने आकर्षित किया। यह एक प्यारी लड़की की कहानी है, जिसका इमोशन्स का सफर बेहद खूबसूरती से लिखा गया है। मैं हमेशा से ऐसी रोमांटिक फिल्म का हिस्सा बनना चाहती थी।
सवाल: शांतनु, आपका अनुभव कैसा रहा?
शांतनु माहेश्वरी: अवनीत ने इसे प्यारी-सी रोमांटिक फिल्म कहा था, लेकिन मेरे लिए यह केवल रोमांस नहीं था (हंसते हुए)। इसमें कई इमोशन्स के स्तर थे। फिल्म की कहानी ने मुझे सबसे ज्यादा प्रभावित किया। यह एक साधारण प्रेम कहानी नहीं है। इसमें भारत और वियतनाम की संस्कृतियों का सुंदर मेल है। यह एक प्रेम कहानी है, मगर एक अलग परिवेश और संस्कृति में बुनी हुई।
सवाल: राहत काजमी, आप डायरेक्टर हैं, भारत-वियतनाम संस्कृति का संगम दिखाना कितना चुनौतीपूर्ण रहा?
राहत काजमी: जब भी संस्कृतियों को जोड़ने की बात आती है, तो प्यार सबसे मजबूत कड़ी होता है। यही वजह है कि यह प्रेम कहानी इतनी स्वाभाविक लगती है। वियतनाम इस कथा का हिस्सा बनकर कहानी को और समृद्ध बना देता है। फिल्म न केवल दोनों देशों की सांस्कृतिक खूबसूरती को एकजुट करती है, बल्कि इसके मूल में एक कालजयी प्रेम कहानी भी है।
सवाल: 'लव इन वियतनाम' बाकी फिल्मों से कैसे अलग है?
शांतनु माहेश्वरी: यह एक अनोखी प्रेम कहानी है। इसकी कहानी बाकियों से अलग है। इसमें एक खास सीन है, जिसे मैं नहीं बताना चाहूंगा, लेकिन वह पल मेरे दिल के करीब है।
सवाल: चूंकि यह उपन्यास पर आधारित है, तो फिल्म निर्माण में क्या चुनौतियां आईं?
राहत काजमी: हर फिल्मकार जानता है कि एक किताब को पूरी तरह से स्क्रीन पर लाना मुश्किल है। हमने इसके सार को ध्यान में रखते हुए एक अच्छी कहानी पेश करने की कोशिश की है।
उमंग कुमार ने इस फिल्म का निर्माण किया है। इसमें खा नगन (वियतनामी अभिनेत्री), फरीदा जलाल, और राज बब्बर जैसे सितारे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। यह फिल्म 12 सितंबर को रिलीज होगी।