क्या लखनऊ में ठाकुरगंज हादसे के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त कार्रवाई की?

सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त कार्रवाई की है।
- जेई को निलंबित किया गया है।
- पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दी गई है।
- सरकार नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देती है।
- लापरवाही के लिए संबंधित एजेंसियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
नई दिल्ली, 13 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के ठाकुरगंज क्षेत्र में शनिवार को नाले में गिरने से एक युवक की दर्दनाक मृत्यु पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक व्यक्त किया है।
उन्होंने इस मामले का संज्ञान लेते हुए त्वरित कार्रवाई की। उन्होंने जूनियर इंजीनियर (जेई) को तुरंत निलंबित कर दिया और सहायक अभियंता (एई) को कारण बताओ नोटिस जारी किया। इसके साथ ही, पीड़ित परिवार को कुल नौ लाख की आर्थिक सहायता (5 लाख मुख्यमंत्री राहत कोष तथा 4 लाख आपदा राहत कोष) देने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि जनता की सुरक्षा से जुड़ी किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव को पूरे मामले की जवाबदेही सुनिश्चित करने और संबंधित अधिकारियों एवं एजेंसियों की भूमिका की गहराई से जांच करने का निर्देश दिया है।
साथ ही, उन्होंने संबंधित निर्माण एजेंसी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने का आदेश भी दिया है ताकि लापरवाही के लिए उन्हें दंडित किया जा सके।
उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि प्रशासनिक प्रणाली की गंभीर चूक है, जिसे तत्काल सुधारा जाना आवश्यक है। प्रदेश सरकार ऐसी घटनाओं को अत्यंत गंभीरता से ले रही है और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण पुनरावृत्तियां भविष्य में न हों।
मुख्यमंत्री योगी ने लखनऊ प्रशासन को निर्देशित किया है कि पीड़ित परिवार को हरसंभव सहायता त्वरित रूप से उपलब्ध कराई जाए और इस प्रकार की लापरवाहियों पर प्रभावी, पारदर्शी और समयबद्ध कार्रवाई हो।
उन्होंने दोहराया कि उत्तर प्रदेश सरकार नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता मानती है, और इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा।