क्या लखनऊ में 'दिव्य गीता प्रेरणा उत्सव' का आयोजन गीता के संदेश को फैलाने में मदद करेगा?
सारांश
Key Takeaways
- गीता के संदेश का प्रचार-प्रसार
- समाज में नैतिकता और कर्तव्यनिष्ठा का वातावरण
- प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति
- आध्यात्मिकता का प्रतीक
- सभी वर्गों के लिए प्रासंगिकता
लखनऊ, 26 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। 'जीओ गीता परिवार' के सहयोग से 23 नवंबर को लखनऊ में ‘दिव्य गीता प्रेरणा उत्सव’ का भव्य आयोजन होने जा रहा है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य गीता के शाश्वत संदेश को हर व्यक्ति तक पहुंचाना और समाज में नैतिकता, कर्तव्यनिष्ठा एवं सद्भाव का वातावरण तैयार करना है।
इस अवसर पर हजारों भक्त एकत्र होकर श्रीमद्भगवद्गीता का पाठ करेंगे। इस आयोजन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गरिमामयी उपस्थिति भी होगी।
परम पूज्य गीता मनीषी ज्ञानानंद महाराज ने भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय में आयोजित गीता परिचर्चा के दौरान बताया कि आज के भौतिक युग में मानसिक तनाव, नैतिक द्वंद्व और सामाजिक असंतुलन बढ़ रहे हैं, और गीता इन सभी समस्याओं का समाधान प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि भौतिक विकास ने हमें सुविधाएं तो दी हैं, लेकिन नई समस्याएं भी उत्पन्न की हैं। श्रीमद्भगवद्गीता एक ऐसा ग्रंथ है जो सभी वर्गों को जीवन का संतुलन सिखाता है, चाहे वह चिकित्सक हों, सैनिक, राजनेता, शिक्षक या व्यवसायी।
स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि गीता का संदेश धार्मिक ही नहीं, बल्कि वैज्ञानिक और सामाजिक दृष्टि से भी अत्यंत प्रासंगिक है। गीता हमें आत्मसंयम, विवेक, समर्पण और कर्तव्यभाव की शिक्षा देती है। जब व्यक्ति अपने कर्म में निष्काम भाव से संलग्न होता है, तभी समाज में वास्तविक शांति और संतुलन संभव होता है।
उन्होंने आगे कहा कि यह केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक जागरण है, जो गीता के संदेश को घर-घर पहुंचाने का संकल्प है। हमारा उद्देश्य है कि उत्तर प्रदेश का हर घर गीता के संस्कार से आलोकित हो और समाज ‘गीता-मय’ बने। 2025 का यह आयोजन 2026 की गीता जयंती का शंखनाद है, जिसमें ‘जीओ गीता परिवार’ का संकल्प है 'हम एक बनें, हम नेक बनें।'
इस आयोजन के संयोजक, सेवानिवृत्त आईएएस मणि प्रसाद मिश्र ने बताया कि यह कार्यक्रम राजधानी के गोमती नगर विस्तार स्थित जनेश्वर मिश्र पार्क में सुबह 11:30 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक आयोजित होगा। इस समारोह के मार्गदर्शक परम पूज्य गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज होंगे, जिनके आशीर्वचन इस कार्यक्रम की आत्मा होंगे। 'दिव्य गीता प्रेरणा उत्सव' में उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री, प्रशासनिक अधिकारी, संत-महात्मा, शिक्षाविद, चिकित्सा, न्याय और सुरक्षा क्षेत्र से जुड़े प्रतिनिधि विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। यह आयोजन प्रदेश स्तर पर अब तक का सबसे बड़ा गीता पाठ समारोह होगा, जो आध्यात्मिकता के साथ सेवा, संस्कार और सद्भाव का प्रतीक बनेगा।