क्या मध्य प्रदेश 70वां स्थापना दिवस 'अभ्युदय मध्य प्रदेश' के रूप में मनाएगा?
सारांश
Key Takeaways
- 70वां स्थापना दिवस 1 से 3 नवंबर, 2025 को मनाया जाएगा।
- मुख्य थीम: उद्योग और रोजगार वर्ष।
- राज्य सरकार ने 1 नवंबर को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है।
- बड़े कार्यक्रमों की योजना की गई है, जिसमें 2,000 ड्रोनों का प्रदर्शन शामिल है।
- हर जिले में समानांतर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
भोपाल, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश अपने 70वें स्थापना दिवस के अवसर पर 1 से 3 नवंबर, 2025 तक भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में ‘अभ्युदय मध्य प्रदेश’ नामक एक भव्य तीन दिवसीय समारोह का आयोजन करेगा।
राज्य सरकार ने उत्सवों में व्यापक भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए 1 नवंबर को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है, जो राज्य की सांस्कृतिक, आर्थिक और सामाजिक यात्रा को प्रदर्शित करेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में इस वर्ष की थीम, ‘उद्योग और रोजगार वर्ष’ मध्य प्रदेश की विकासात्मक प्रगति और समावेशी विकास के प्रति प्रतिबद्धता को उजागर करती है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू और केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री धर्मेंद्र भाव सिंह लोधी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह उत्सव राज्य की विरासत, प्रगति और जनभावना को दर्शाने वाला एक सहयोगात्मक प्रयास है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रत्येक जिले में समानांतर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिससे स्कूलों, कॉलेजों और स्थानीय कलाकारों की जमीनी स्तर पर भागीदारी सुनिश्चित होगी।
मुख्य समारोह प्रतिदिन शाम 6:30 बजे शुरू होगा, जिसकी शुरुआत 1 नवंबर को 2,000 ड्रोनों के प्रदर्शन से होगी, जिसका विषय ‘विरासत से विकास तक’ होगा। इसके बाद 500 कलाकारों द्वारा प्रस्तुत ‘विश्ववंद, श्री कृष्ण की संगीतमय यात्रा’ और जुबिन नौटियाल द्वारा सुगम संगीत कार्यक्रम का आयोजन होगा, जिसका समापन आतिशबाजी के साथ होगा।
2 नवंबर को उज्जैन की विशाला सांस्कृतिक समिति महाकाव्य नाटक ‘सम्राट विक्रमादित्य’ का मंचन करेगी, जिसके बाद हंसराज रघुवंशी का प्रदर्शन होगा। जनता की मांग पर यह नाटक 3 नवंबर को दोहराया जाएगा, जिसका समापन स्नेहा शंकर के संगीत कार्यक्रम के साथ होगा।
इस महोत्सव में ‘एक जिला-एक उत्पाद’ शिल्प मेला, ‘स्वाद’ स्वदेशी व्यंजन मेला और विकसित मध्य प्रदेश 2047, देवलोक के मंदिर और विरासत के माध्यम से विकास पर प्रदर्शनियां भी शामिल होंगी।