क्या मध्य प्रदेश कांग्रेस में फिर घमासान हो रहा है? राहुल ने जिला अध्यक्षों को दिल्ली बुलाया

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क्या मध्य प्रदेश कांग्रेस में फिर घमासान हो रहा है? राहुल ने जिला अध्यक्षों को दिल्ली बुलाया

सारांश

कांग्रेस की जिला अध्यक्षों की नियुक्तियों के बाद असंतोष का माहौल बन गया है। क्या ये विवाद पार्टी की एकता को कमजोर करेगा? जानिए इस खबर में सभी महत्वपूर्ण तथ्य।

Key Takeaways

  • कांग्रेस में प्रशासनिक असंतोष बढ़ रहा है।
  • जिला अध्यक्षों की नई नियुक्तियाँ विवाद का कारण बनी हैं।
  • राहुल गांधी का दिल्ली में प्रशिक्षण कार्यक्रम महत्वपूर्ण है।
  • समर्थक अपने नेताओं की नियुक्तियों से असंतुष्ट हैं।
  • कांग्रेस को अपनी संगठनात्मक रणनीति पर ध्यान देने की आवश्यकता है।

भोपाल, 18 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश में कांग्रेस के जिला अध्यक्षों की हालिया नियुक्तियों के बाद असंतोष की लहर तेज हो गई है। बयानबाजी का सिलसिला चालू हो गया है और कई इस्तीफों का दौर भी देखने को मिल रहा है। दूसरी तरफ, नवनियुक्त जिला अध्यक्षों को 24 अगस्त को दिल्ली में प्रशिक्षण के लिए बुलाया गया है, जिसमें लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी उपस्थित रहेंगे।

कांग्रेस ने संगठन सृजन अभियान के तहत प्रदेश के 71 जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की है। इन नियुक्तियों में विधायक, पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री शामिल हैं। कई जिला अध्यक्ष ऐसे हैं जो पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के रिश्तेदार भी हैं। इसके साथ ही, कुछ पुराने जिला अध्यक्षों को पुनः कमान सौंपी गई है। इन नियुक्तियों के बाद पार्टी में नाराजगी बढ़ गई है और कई सवाल उठ रहे हैं।

गुना का जिला अध्यक्ष पूर्व मंत्री और विधायक जयवर्धन सिंह को बनाया गया है, जिससे उनके समर्थकों में नाराजगी है। समर्थकों का कहना है कि एक प्रदेश स्तरीय नेता को जिलाध्यक्ष बनाया गया है। विरोध में कार्यकर्ताओं ने जीतू पटवारी का पुतला दहन किया। इसी तरह, डिंडोरी से आदिवासी चेहरे ओंकार सिंह मरकाम को अध्यक्ष बनाया गया है, जिससे उनके समर्थक सोशल मीडिया पर अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं।

इसके अलावा, इंदौर में चिंटू चैकसे और विपिन वानखेड़े को अध्यक्ष बनाए जाने का विरोध हुआ है, और संभागीय प्रवक्ता सन्नी राजपाल ने इस्तीफा देने तक की ठानी है।

पूर्व महिला मोर्चा अध्यक्ष साक्षी डागा ने भी प्रदेश अध्यक्ष पटवारी पर तंज कसा है। इसके अलावा, भोपाल के जिला अध्यक्ष पद के दावेदार प्रदीप उर्फ मोनू सक्सेना ने प्रवीण सक्सेना को पुनः भोपाल का जिला अध्यक्ष बनाए जाने पर नाराजगी प्रकट की है और कांग्रेस नेताओं पर भाजपा के साथ गांठ का आरोप लगाया है।

विरोध प्रदर्शनों के बीच, गुना के जिला अध्यक्ष जयवर्धन सिंह से मीडिया ने बात की तो उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जब भोपाल में आकर संगठन सृजन अभियान का आरंभ किया था, तब उन्होंने कहा था कि जिले के सबसे सक्षम और ताकतवर नेता को जिला अध्यक्ष बनाया जाएगा और उन्होंने वही किया है, जिससे पार्टी को लाभ होगा। उन्होंने स्वीकार किया कि आगामी दिनों में जिला अध्यक्षों को दिल्ली में प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसमें राहुल गांधी भी होंगे। बताया गया है कि राज्य में जिन जिला अध्यक्षों को नियुक्त किया गया है, उन सभी को 24 अगस्त को दिल्ली में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में राहुल गांधी भी मौजूद रहेंगे।

Point of View

यह स्पष्ट है कि कांग्रेस में बढ़ते असंतोष के संकेत एक गंभीर चिंता का विषय हैं। पार्टी को अपने संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने और कार्यकर्ताओं की आवाज़ को सुनने की आवश्यकता है। अगर यह असंतोष बढ़ता गया, तो यह कांग्रेस की चुनावी स्थिति को कमजोर कर सकता है।
NationPress
18/08/2025

Frequently Asked Questions

कांग्रेस में असंतोष क्यों है?
कांग्रेस में असंतोष की मुख्य वजह जिला अध्यक्षों की नई नियुक्तियों के बाद समर्थकों की नाराजगी है।
राहुल गांधी का क्या रोल है?
राहुल गांधी नवनियुक्त जिला अध्यक्षों को प्रशिक्षण देने के लिए दिल्ली बुला रहे हैं।
क्या इस्तीफे की स्थिति गंभीर है?
जी हां, इस्तीफे की स्थिति गंभीर है और कई कार्यकर्ता विरोध कर रहे हैं।
क्या पुरानी अध्यक्षों को पुनः नियुक्त किया गया है?
हाँ, कई पुरानी अध्यक्षों को फिर से जिम्मेदारी सौंपी गई है।
कांग्रेस का संगठन सृजन अभियान क्या है?
यह अभियान पार्टी के संगठन को मजबूत करने के लिए शुरू किया गया है।