क्या मध्य प्रदेश में मूंग खरीदी की दिक्कतों को दूर किया जा सकता है?

सारांश
Key Takeaways
- मूंग की खरीदी में पारदर्शिता आवश्यक है।
- किसानों को निकटतम वेयरहाउस में मैपिंग की सुविधा मिलनी चाहिए।
- खरीदी केन्द्रों की संख्या और सुविधाएं बढ़ानी चाहिए।
- स्लॉट बुकिंग प्रक्रिया को जल्द शुरू किया जाना चाहिए।
- सरकार को तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है।
भोपाल, 11 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश सरकार मूंग को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एम.एस.पी.) पर खरीदने का कार्य कर रही है। इस प्रक्रिया के दौरान किसानों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस संदर्भ में, पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को एक पत्र लिखा है।
दिग्विजय सिंह ने पत्र में उल्लेख किया है कि मध्यप्रदेश में मूंग की एम.एस.पी. पर खरीदी के लिए वेयरहाउस मैपिंग में पारदर्शिता और स्लॉट बुकिंग की प्रक्रिया को शीघ्र प्रारम्भ करने की मांग की है। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा 7 जुलाई 2025 से खरीदी की शुरुआत की घोषणा की गई थी, लेकिन अभी तक अधिकांश किसानों के लिए वेयरहाउस की मैपिंग पूरी नहीं हो पाई है। जहां मैपिंग की गई है, वहां किसानों को 20 से 30 किलोमीटर दूर स्थित वेयरहाउस आवंटित किए गए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि वेयरहाउस मैपिंग में पारदर्शिता की आवश्यकता है। दिग्विजय सिंह ने मांग की है कि खरीदी केंद्रों का आवंटन पूरी तरह से पारदर्शी और नियमों के अनुरूप किया जाए। किसानों को उनके गांव या निकटतम वेयरहाउस में मैपिंग की सुविधा दी जानी चाहिए, ताकि परिवहन लागत में कमी आ सके।
इसके अलावा, उन्होंने मांग की है कि खरीदी केन्द्रों की संख्या पर्याप्त रखी जाए और सभी केन्द्रों पर मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं, ताकि तुलावटी कार्य तेजी से संपन्न हो सके। दिग्विजय सिंह ने कहा कि सभी पंजीकृत किसानों के लिए तुरंत स्लॉट बुकिंग की प्रक्रिया शुरू की जानी चाहिए, ताकि मूंग की बिक्री बिना किसी रुकावट के शुरू हो सके। राज्य में मानसून सक्रिय है और मूंग खरीदी का दौर जारी है, ऐसे में किसानों को बेहतर इंतजाम की उम्मीद है।