क्या मध्य प्रदेश के राम पथ गमन क्षेत्र को रोशन करेंगे तीन लाख 51 हजार दीपक?
सारांश
Key Takeaways
- तीन लाख 51 हजार दीपों का प्रज्वलन
- भक्ति संगीत संध्या का आयोजन
- श्रीराम और माता सीता की महाआरती
- मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर का प्रदर्शन
- आध्यात्मिक अनुभव का सृजन
भोपाल, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश में स्थित राम पथ गमन क्षेत्र पर देव प्रबोधिनी एकादशी के अवसर पर एक विशेष समारोह का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर तीन लाख 51 हजार से अधिक दीप जलाए जाने की योजना है।
श्रीरामचंद्र पथ गमन न्यास द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, एक नवंबर को दीपोत्सव पर्व-2025 के अंतर्गत राम पथ गमन क्षेत्र के नौ स्थलों पर 3,51,111 दीपों से श्रीरामचंद्र, माता सीता, मां नर्मदा, और मां मंदाकिनी की दीप आराधना की जाएगी। दीप जलाने के साथ-साथ भक्ति संगीत संध्या का भी आयोजन किया जाएगा।
न्यास के सीईओ एनपी नामदेव ने बताया कि यह आयोजन आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करेगा और प्रभु श्रीरामचंद्र के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाएगा। अनूपपुर जिले के अमरकंटक में रामघाट पर 51,000 दीप जलाए जाएंगे।
मां नर्मदा के उद्गम स्थल पर मुख्य पुजारी के साथ सात पुरोहित मां नर्मदा की महाआरती करेंगे। इसी तरह, सतना जिले के चित्रकूट में राघव प्रयाग घाट पर 1,11,111 दीप जलाए जाएंगे। चित्रकूट के पावन घाट पर 15 पंडितों द्वारा मां मंदाकिनी की महाआरती की जाएगी।
शारदा देवी की नगरी मैहर में आल्हा तलैया के तट पर 51,000 दीप जलाए जाएंगे। इसके साथ ही सात पंडितों द्वारा मां शारदा की महाआरती की जाएगी। नर्मदापुरम् के सेठानी घाट पर भी 51,000 दीप जलाए जाएंगे।
दीपोत्सर्ग कार्यक्रम में कटनी के कटायेघाट पर 15,000 दीप जलाने और 5 पंडितों द्वारा महाआरती का आयोजन किया जाएगा। पन्ना के धरम सागर तालाब पर 11,000 दीप जलाए जाएंगे। उमरिया के प्राचीन सगरा मंदिर में 31,000 दीप अर्पित किए जाएंगे। शहडोल के श्रीरामचंद्र पथ गमन स्थल सीतामढ़ी (गंधिया) में 5 नवंबर11,000 दीप जलाए जाएंगे और श्रीरामचंद्र तथा माता सीता की महाआरती की जाएगी।