क्या पहले चरण के बाद महागठबंधन की लुटिया डूबी, 14 नवंबर को बनेगी एनडीए सरकार?: गिरिराज सिंह
सारांश
Key Takeaways
- महागठबंधन की स्थिति कमजोर हुई है।
- 14 नवंबर को एनडीए की सरकार बनने की संभावना है।
- महिलाओं की भागीदारी में वृद्धि हुई है।
- बिहार में जंगलराज की वापसी नहीं होने दी जाएगी।
- गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी को निशाना बनाया है।
बेगूसराय, 7 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग अब संपन्न हो चुकी है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने स्पष्ट किया है कि पहले चरण के बाद महागठबंधन की लुटिया डूब चुकी है और हार की हताशा में अब केवल झूठे दावे किए जाएंगे। उन्होंने दावा किया कि 14 नवंबर को बिहार में एनडीए की सरकार बनेगी।
वोट चोरी के मुद्दे पर राहुल गांधी को निशाना बनाते हुए उन्होंने कहा कि जब जीत दूर हो तो केवल वोट चोरी का ही शोर सुनाई देता है।
उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा पर हुए हमले के संदर्भ में गिरिराज सिंह ने कहा कि यह घटना यादव बहुल गांव में हुई थी और पहले गरीबों को वोट डालने की अनुमति नहीं थी। अब वह दिन गए जब गरीबों को वोट देने से रोका जा सके।
वोटिंग प्रतिशत को लेकर जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर की टिप्पणियों पर गिरिराज सिंह ने कहा कि उनकी दुकानदारी अब समाप्त होने वाली है। पीएम मोदी और सीएम नीतीश को ही वोट मिले हैं और जनसुराज का लक्ष्य कभी पूरा नहीं होगा।
बेगूसराय में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को लेकर गिरिराज सिंह ने कहा कि महिलाओं ने भारी संख्या में वोट डाला है। उन्हें पीएम मोदी और नीतीश कुमार के विकास कार्यों पर विश्वास है। जो लोग गणित कर रहे हैं, उनके सारे अनुमान 14 नवंबर को गलत साबित होंगे, और बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता जंगलराज को कभी नहीं आने देगी।
एक वायरल वीडियो का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक बच्चा कहता है कि जब तेजस्वी की सरकार आएगी, तो कट्टा लेकर घूमेंगे। यह किस प्रकार की भाषा है? माता-पिता अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए एनडीए को चुनेंगे, जंगलराज को नहीं।
गिरिराज सिंह ने बिहार चुनाव के पहले चरण में ऐतिहासिक मतदान के लिए बिहार की जनता का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि मातृशक्तियों ने पुरुषों से 10 प्रतिशत अधिक मतदान किया, जो यह दर्शाता है कि उनका अटूट विश्वास पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व पर है। बिहार एनडीए सरकार के साथ है। वोटिंग प्रतिशत का अभूतपूर्व उत्साह विकसित बिहार की कहानी कह रहा है। डबल इंजन सरकार में बिहार में कानून की सख्ती, महिला हेल्पलाइन सेवा, संगठित अपराधियों का सफाया हो रहा है, जिससे एक निडर, सुरक्षित और आत्मविश्वासी माहौल बन रहा है।