क्या 25 वर्ष बाद भी जनमानस के लिए हैं स्मरणीय महंत महेंद्रनाथ महाराज के कार्य?

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क्या 25 वर्ष बाद भी जनमानस के लिए हैं स्मरणीय महंत महेंद्रनाथ महाराज के कार्य?

सारांश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलरामपुर में महंत महेंद्रनाथ जी महाराज की 25वीं पुण्यतिथि पर उनके योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा किए गए कार्य आज भी जनमानस के लिए प्रेरणादायक हैं। जानिए इस अवसर पर क्या कहा सीएम योगी ने और कैसे महंत महेंद्रनाथ जी का कार्य लोगों को आज भी प्रेरित करता है।

Key Takeaways

  • महंत महेंद्रनाथ जी महाराज का योगदान आज भी जनमानस के लिए महत्वपूर्ण है।
  • योगी आदित्यनाथ ने उनके कार्यों की सराहना की।
  • थारू जनजाति के छात्रों के लिए शिक्षण सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
  • वंदे मातरम भारत की एकता और आजादी का प्रतीक है।
  • धार्मिक संस्थाएँ सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।

बलरामपुर, 10 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि महंत महेंद्रनाथ जी महाराज ने लंबे समय तक शक्तिपीठ देवीपाटन की सेवा में योगदान दिया। गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ के निर्देशन में उन्होंने मंदिर और क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए। संत और योगी के रूप में उनके द्वारा किए गए प्रयास आज भी जनमानस के लिए स्मरणीय हैं, 25 वर्ष बाद भी।

उन्होंने 25 वर्ष पूर्व जिन योजनाओं को शुरू किया था, वे अब आकार ले रही हैं। मंदिर का भौतिक विकास, जनसुविधाओं का विस्तार और सेवा परियोजनाएँ तेजी से प्रगति कर रही हैं। मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ बलरामपुर में सोमवार को ब्रह्मलीन महंत योगी महेंद्रनाथ जी महाराज की 25वीं पुण्यतिथि पर आयोजित समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया।

सीएम योगी ने व्यास पीठ को नमन किया और कथा व्यास संत बालकदास जी महाराज का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत ज्ञान, भक्ति और वैराग्य की कथा है। वैराग्य का अर्थ है स्वार्थ से ऊपर उठकर ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का पालन करना। राष्ट्र और समाज के प्रति समर्पण का भाव हमें हमेशा प्रेरित करता है।

उन्होंने कहा कि किसी भी धर्मस्थल का प्राथमिक दायित्व है कि वह समाज की आस्था का प्रतीक बने और अपनी सेवा के माध्यम से लोक कल्याण का केंद्र बने। देवीपाटन मंदिर 35-40 वर्ष पहले केवल एक मंदिर था। वहां की सुविधाएँ दुरुस्त नहीं थीं और श्रद्धालुओं को कठिनाई होती थी। आज श्रद्धालु यहाँ निःशुल्क प्रसाद ग्रहण कर सकते हैं। मंदिर परिसर में धर्मशाला, यात्री विश्रामालय और गोसेवा के कार्यक्रम चल रहे हैं। यहाँ थारू जनजाति के छात्रों के लिए एक उत्तम छात्रावास भी बनाया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि थारू जनजाति के लिए छात्रावास 1994 में शुरू किया गया था। पिछले 31 वर्षों से इस छात्रावास से निकले छात्र समाज के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं। भारत और नेपाल की सीमा की संवेदनशीलता से सभी अवगत हैं। इन क्षेत्रों में थारू बाहुल्य गांव हैं। 1994 में इन बच्चों को मठ-मंदिर परिसर में लाकर शिक्षा की व्यवस्था की गई।

सीएम योगी ने कहा कि धार्मिक संस्थाएँ केवल आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि राष्ट्रीयता की प्रेरणा का केंद्र भी बन सकती हैं। यहाँ मां पाटेश्वरी के नाम पर सीबीएसई बोर्ड का विद्यालय चल रहा है। सीमावर्ती क्षेत्र में धर्मस्थल जागरूक बनकर सामाजिक दायित्व निभा सकते हैं। हमें याद रखना चाहिए कि धर्म का मतलब केवल पूजा-पाठ नहीं है, बल्कि यह भौतिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विकास का मार्ग प्रशस्त करने का कार्य है।

सीएम योगी ने कहा कि यह वर्ष भारत के लिए सौभाग्यशाली है, क्योंकि इस वर्ष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के 150 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। यह धरती भगवान बिरसा मुंडा की जयंती का भी 150वां वर्ष है। बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर द्वारा तैयार किए गए संविधान के 75 वर्ष भी पूरे हुए हैं।

उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल की बातों को याद करते हुए कहा कि स्वतंत्रता का अर्थ सिर्फ आजादी नहीं है, बल्कि हर नागरिक को अपने राष्ट्रीय दायित्व का अहसास होना चाहिए। जिस देश का युवा जागृत होता है, उसे कोई ताकत गुलाम नहीं बना सकती।

उन्होंने कहा कि वंदे मातरम भारत माता की वंदना का गीत है। यह गीत भारत की आजादी और एकता का प्रतीक है। यह गीत हर क्रांतिकारी की प्रेरणा बना। भगवान बिरसा मुंडा ने भारत को दासता से मुक्त करने के लिए बलिदान दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया।

उन्होंने कहा कि इस वर्ष उनकी जयंती के 150 वर्ष पूरे हो रहे हैं। बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर भारत के संविधान के शिल्पी हैं। भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा संविधान है। यह सभी नागरिकों को समान मताधिकार की स्वतंत्रता देता है।

Point of View

बल्कि सामाजिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उनके द्वारा स्थापित संस्थाओं का योगदान समाज के लिए अनमोल है।
NationPress
10/11/2025

Frequently Asked Questions

महंत महेंद्रनाथ जी महाराज का योगदान क्या है?
महंत महेंद्रनाथ जी महाराज ने शक्तिपीठ देवीपाटन की सेवा की और इस क्षेत्र के विकास हेतु कई महत्वपूर्ण कार्य किए।
योगी आदित्यनाथ ने महंत महेंद्रनाथ जी महाराज की पुण्यतिथि पर क्या कहा?
सीएम योगी ने कहा कि महंत जी के कार्य आज भी जनमानस के लिए प्रेरणादायक हैं और उनकी योजनाएँ आज भी प्रगति कर रही हैं।
थारू जनजाति के छात्रों के लिए क्या सुविधाएँ उपलब्ध हैं?
थारू जनजाति के छात्रों के लिए एक उत्तम छात्रावास और सीबीएसई बोर्ड का विद्यालय चलाया जा रहा है।
वंदे मातरम का महत्व क्या है?
वंदे मातरम भारत माता की वंदना का गीत है, जो आजादी और एकता का प्रतीक है।
महंत महेंद्रनाथ जी महाराज की 25वीं पुण्यतिथि पर कौन-कौन शामिल हुए?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस कार्यक्रम में भाग लिया और महंत जी के योगदान पर प्रकाश डाला।