दिल्ली धमाके पर हरीश रावत का दुख: क्या घायलों के लिए मदद मिलेगी?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास विस्फोट हुआ।
- 10 लोगों की मौत और एक दर्जन से अधिक लोग घायल हुए।
- पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने दुख व्यक्त किया।
- सरकार से घायलों की सहायता की मांग की गई।
- इस घटना ने आंतरिक सुरक्षा को एक बार फिर सवालों के घेरे में ला दिया है।
नई दिल्ली, 10 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के निकट सोमवार की शाम को एक भयंकर विस्फोट हुआ। इस घटना में 10 लोगों की जान चली गई, जबकि एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, "दिल्ली का यह विस्फोट अत्यधिक चिंताजनक है। देश ने अपने कई नागरिकों को खोया है, ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें। शोक-संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।"
उन्होंने सरकार से अपील की कि मृतकों और घायलों को सहायता प्रदान की जाए। लाल किले के पास हुई इस घटना और आसपास के वाहनों को हुए नुकसान को लेकर हरीश रावत ने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं के बारे में कुछ भी कहना अभी उचित नहीं है। लेकिन यह सोचने का विषय है कि कुछ समय पहले कुछ आतंकवादी पकड़े गए थे, और इसके बाद यह बड़ा हादसा हुआ।
केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कश्मीर में आतंकवाद अभी भी नियंत्रण में नहीं आया है, और वहां लगातार जवानों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ की खबरें आती रहती हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि देश की आंतरिक सुरक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता है। यह सामान्य विस्फोट नहीं लगता।
उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि इस घटना में कौन लोग शामिल थे और यह कैसे अंजाम दिया गया। सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुटी हैं और जल्दी ही मामले का खुलासा होगा।
हरीश रावत ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "चांदनी चौक में हुए विस्फोट से 1 दर्जन से अधिक लोगों की जान गई और कई लोग घायल हुए, यह समाचार चिंताजनक है। यह हमारी आंतरिक सुरक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती है। हमें एकजुट होकर इसका सामना करना होगा। भगवान दिवंगत आत्माओं को अपने चरणों में स्थान दें और उनके परिवारों को इस असहनीय दुःख को सहने की शक्ति दें। मैं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।"