क्या महाराष्ट्र की फिश फूड इंडस्ट्री से जुड़ी कंपनियों को मिलेगी प्राथमिकता?

सारांश
Key Takeaways
- मछली उद्योग को स्थानीय कंपनियों को प्राथमिकता देने का निर्णय।
- नितेश राणे का सर्कुलर स्थानीय मछुआरों को लाभ पहुँचाएगा।
- उद्योग को सशक्त बनाने की दिशा में यह एक कदम है।
मुंबई, 25 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नितेश राणे ने जानकारी दी कि उनकी सरकार ने मछली उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए एक नया सर्कुलर जारी किया है। इस सर्कुलर के अनुसार, मछली भोजन और मछली चारा बनाने वाली महाराष्ट्र की कंपनियों को प्राथमिकता दी जाएगी। इससे पहले, यह कार्य आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल की कंपनियों को सौंपा गया था, जिससे स्थानीय कंपनियों को नुकसान उठाना पड़ा।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि इस नए सर्कुलर का लाभ महाराष्ट्र के मछुआरों और कंपनियों को मिलेगा, जिससे मछली उत्पादन में भी वृद्धि देखने को मिलेगी।
नितेश राणे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि पीएम ने अपने कार्यकाल के दौरान कई रिकॉर्ड तोड़े हैं, जो कि कांग्रेस पिछले 60 वर्षों में नहीं कर पाई। उन्होंने यह भी कहा कि जब भी दुनिया के महान नेताओं की चर्चा होगी, पीएम नरेंद्र मोदी का नाम सबसे पहले लिया जाएगा।
मंत्री ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की हालिया बैठक का उल्लेख करते हुए कहा कि आरएसएस का हिंदुत्व समावेशी है। उन्होंने कहा, "जो इस देश को अपना मानता है और 'भारत माता की जय' बोलता है, वह हमारा है, चाहे वह हिंदू हो या मुसलमान।"
हालांकि, उन्होंने उन लोगों की निंदा की जो 'सर तन से जुदा' जैसे नारे लगाते हैं या देश में जिहाद फैलाते हैं। राणे ने कहा कि आरएसएस प्रमुख की बैठक से लव जिहाद, लैंड जिहाद और गजवा-ए-हिंद जैसे मंसूबों को बढ़ावा देने वालों को सबक मिलेगा।
नितेश राणे ने कहा कि यह बैठक समाज में एकता और देशभक्ति का संदेश देगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि जो लोग भारत को अपना मानते हैं, वे इस देश को मजबूत बनाने में योगदान दें।