क्या महाराष्ट्र में बाढ़ से तबाही मचाई है? सेना का राहत अभियान जारी, 25-30 लोग फंसे हैं

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क्या महाराष्ट्र में बाढ़ से तबाही मचाई है? सेना का राहत अभियान जारी, 25-30 लोग फंसे हैं

सारांश

महाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण बीड जिले की आष्टी तहसील में कई गांव जलमग्न हो गए हैं। भारतीय सेना ने राहत कार्य शुरू कर दिया है, जिसमें 25-30 लोग फंसे हुए हैं। इस गंभीर स्थिति में सेना का प्रयास नागरिकों की मदद करना है।

Key Takeaways

  • भारी बारिश के कारण गांव जलमग्न हुए हैं।
  • भारतीय सेना ने राहत कार्य शुरू किया है।
  • फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए हेलिकॉप्टर भेजे गए हैं।
  • सेना ने 21 हजार से अधिक नागरिकों को सुरक्षित निकाला है।
  • पंजाब में भी बाढ़ से गंभीर स्थिति है।

नई दिल्ली, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के बीड जिले की आष्टी तहसील में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण 5-6 गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। इस संकट के समय में, भारतीय सेना ने प्रभावित लोगों की मदद के लिए कदम बढ़ाया है। घाटपिंपरी और उसके आस-पास के कई गांवों में स्थिति अत्यंत गंभीर है। पानी के बढ़ने के कारण गांवों में जाने वाले सभी रास्ते अवरुद्ध हो गए हैं। बीड जिला कलेक्टर की मांग पर, सेना ने राहत और बचाव कार्य आरंभ कर दिया है।

प्रभावित गांवों में लगभग 25 से 30 लोग अभी भी फंसे हुए हैं। इन लोगों को तुरंत सुरक्षित निकालने की आवश्यकता है। राहत कार्य के लिए नासिक से एक एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर और दो चेतक हेलिकॉप्टर भेजे गए हैं। यदि मौसम अनुकूल रहता है, तो ये हेलिकॉप्टर फंसे हुए लोगों की सुरक्षित निकासी में मदद करेंगे। इसके अतिरिक्त, अहमदनगर से एक बाढ़ राहत कॉलम भी भेजा गया है।

सेना के अनुसार, बॉम्बे इंजीनियर ग्रुप की इंजीनियर टास्क फोर्स भी इस अभियान में शामिल होगी, जो विशेष तकनीकी और इंजीनियरिंग सहायता प्रदान करेगी। भारतीय सेना ने यह आश्वासन दिया है कि इस संकट के समय में वह नागरिक प्रशासन और स्थानीय जनता को हर संभव सहायता देने के लिए तत्पर है। देश के कई हिस्सों में इस वर्ष भीषण बाढ़ ने कहर बरपाया है; ऐसे में भारतीय सेना ने आपदा में फंसे नागरिकों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है।

जानकारी के अनुसार, सेना ने इस वर्ष अब तक बाढ़ में फंसे 21 हजार से अधिक नागरिकों को सुरक्षित निकाला है। इसके अतिरिक्त, देशभर के विभिन्न बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हजारों लोगों को सेना द्वारा चिकित्सा सहायता भी प्रदान की जा रही है। सैकड़ों घंटे की हेलिकॉप्टर उड़ानों के माध्यम से हजारों बाढ़ पीड़ितों तक राहत सामग्री पहुंचाई जा चुकी है। बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित पंजाब में सेना ने अब तक लगभग 10 हजार लोगों को बचाया है।

यह ध्यान देने योग्य है कि पंजाब इस वर्ष भीषण बाढ़ का सामना कर रहा है और राज्य के अधिकांश जिले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। सेना ने आम नागरिकों के साथ-साथ अग्रिम चौकियों पर तैनात लगभग 500 सुरक्षा बल कर्मियों को भी सुरक्षित निकाला है। भारतीय सेना की कुल 126 रेस्क्यू कॉलम्स (बड़ी टीमों) को देशभर में राहत कार्यों के लिए तैनात किया गया है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में सरकार और सेना का सहयोग अत्यंत आवश्यक है। संकट के समय में, सभी को एकजुट होकर नागरिकों की सहायता करनी चाहिए।
NationPress
15/09/2025

Frequently Asked Questions

महाराष्ट्र में बाढ़ से कितने गांव प्रभावित हुए हैं?
महाराष्ट्र के बीड जिले की आष्टी तहसील में 5-6 गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं।
सेना ने कितने लोगों को सुरक्षित निकाला है?
इस वर्ष सेना ने अब तक बाढ़ में फंसे 21 हजार से अधिक नागरिकों को सुरक्षित निकाला है।
सेना के राहत कार्य में कौन सी तकनीकी टास्क फोर्स शामिल है?
बॉम्बे इंजीनियर ग्रुप की इंजीनियर टास्क फोर्स राहत कार्य में शामिल है।