क्या राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महर्षि वाल्मीकि जयंती पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं?

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क्या राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महर्षि वाल्मीकि जयंती पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं?

सारांश

महर्षि वाल्मीकि जयंती पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और अन्य नेताओं ने देशवासियों को शुभकामनाएं दी। यह अवसर हमें आदिकवि वाल्मीकि द्वारा रचित 'रामायण' के महत्व को समझने का अवसर प्रदान करता है। आइए, हम सभी मिलकर उनके आदर्शों का पालन करें।

Key Takeaways

  • महर्षि वाल्मीकि भारतीय संस्कृति के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं।
  • 'रामायण' जीवन के आदर्शों को सिखाती है।
  • जयंती मनाने से संस्कृति और परंपरा को बढ़ावा मिलता है।
  • सभी नागरिकों को आदर्शों का पालन करना चाहिए।
  • महर्षि वाल्मीकि के विचार आज भी प्रासंगिक हैं।

नई दिल्ली, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तथा अन्य नेताओं ने मंगलवार को महर्षि वाल्मीकि जयंती के उपलक्ष्य में देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "सभी को महर्षि वाल्मीकि जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं। आदिकवि वाल्मीकि द्वारा रचित 'रामायण' ने मानवता को प्रभु श्रीराम की प्रेरणादायक कथा और आदर्श जीवन-मूल्यों की धरोहर दी है। आध्यात्मिकता, करुणा और मानवीय आदर्शों के प्रतीक महर्षि वाल्मीकि भारतीय संस्कृति के आधार स्तंभों में गिने जाते हैं। उनकी पावन स्मृति को मैं सादर नमन करती हूं। मुझे आशा है कि वाल्मीकि-रामायण के आदर्श देशवासी अपने आचरण में अपनाएंगे।"

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लिखा, "आदिकवि महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं। प्रभु श्रीराम के जीवन-दर्शन को 'रामायण' में समाहित कर उन्होंने मानवता, मर्यादा और धर्म का संदेश जन-जन तक पहुंचाया। यह पवित्र ग्रंथ मानव समाज को अनंत काल तक जीवन की हर परिस्थिति में मार्गदर्शन देता रहेगा।"

केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने लिखा, "पवित्र महाकाव्य 'रामायण' के रचनाकार आदिकवि महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन करता हूं। उनके आदर्श विचार और मानवीय मूल्य सदियों तक मानवता को राह दिखाते रहेंगे।"

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा, "समूची मानवता को ‘रघुकुलनंदन' प्रभु श्री राम के आदर्श चरित्र से परिचित कराने वाले आदिकवि, महाग्रंथ रामायण के रचनाकार, त्रिकालदर्शी महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन। महाग्रंथ 'रामायण' हमें मानवीय, सामाजिक एवं राष्ट्रीय मूल्यों के साथ सत्य, न्याय एवं धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।"

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लिखा, "मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम के आदर्श चरित्र को लिपिबद्ध कर संपूर्ण विश्व को पवित्र महाकाव्य रामायण का अनुपम उपहार देने वाले 'आदिकवि' महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। आपके पुनीत विचार हमें पवित्र आचरण के साथ संयम, सत्य, अनुशासन और कर्तव्य का पालन करने की शिक्षा और प्रेरणा देते रहेंगे। महर्षि वाल्मीकि जी के चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम।"

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुभकामनाएं देते हुए लिखा, "आदिकवि महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन एवं सभी को वाल्मीकि जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं। महर्षि वाल्मीकि जी ने अपनी महान कृति रामायण के माध्यम से न केवल भारतीय संस्कृति और आदर्शों को अमर किया, बल्कि प्रभु श्रीराम के धर्म, सत्य, मर्यादा और कर्तव्यपालन जैसे मूल्यों से जन-जन को जोड़ा। उनके विचार आज भी हमें धर्मपथ पर चलने और समाजहित में कार्य करने की प्रेरणा देते हैं।

Point of View

NationPress
07/10/2025

Frequently Asked Questions

महर्षि वाल्मीकि कौन थे?
महर्षि वाल्मीकि भारतीय संस्कृति के एक महान कवि और 'रामायण' के रचनाकार थे।
महर्षि वाल्मीकि जयंती कब मनाई जाती है?
महर्षि वाल्मीकि जयंती हर साल अक्टूबर महीने में मनाई जाती है।
रामायण का महत्व क्या है?
रामायण न केवल एक महाकाव्य है, बल्कि यह जीवन के महत्वपूर्ण मूल्यों और आदर्शों को सिखाता है।
महर्षि वाल्मीकि के क्या योगदान हैं?
उन्होंने 'रामायण' के द्वारा धर्म, सत्य, और मर्यादा के संदेश को जन-जन तक पहुंचाया।
महर्षि वाल्मीकि की जयंती क्यों महत्वपूर्ण है?
यह जयंती हमें वाल्मीकि जी के आदर्शों को याद करने और उनके सिद्धांतों को अपने जीवन में उतारने का अवसर देती है।