क्या महाराष्ट्र निकाय चुनाव में महायुति की जीत विकास के लिए है महत्वपूर्ण?
सारांश
Key Takeaways
- महायुति ने 288 नगर परिषदों के चुनाव में 207 अध्यक्ष पदों पर जीत हासिल की।
- चंद्रशेखर बावनकुले ने डबल इंजन की सरकार की भूमिका को बताया अहम।
- महाविकास आघाड़ी ने केवल 44 सीटें जीतीं।
- भाजपा विधायक राम कदम ने जीत को आत्मविश्वास का परिणाम बताया।
- यह जीत महाराष्ट्र में विकास की नई संभावनाएं खोलती है।
नागपुर, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों में महायुति की जीत पर महाराष्ट्र के मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने अपनी खुशी का इजहार किया है। मंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ही महाराष्ट्र में विकास को संभव बना सकती है।
मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर जनता का पूरा विश्वास है, इसी कारण जनता ने हमें जिताया है। हमें विकास के नाम पर वोट मिला है।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि ये लोग केवल दिखावा कर रहे हैं, लेकिन इनके बीच कोई वास्तविक एकता नहीं है। जनता अब समझ चुकी है कि ये लोग उन्हें बेवकूफ बना रहे हैं, इसी कारण स्थानीय निकाय चुनाव में जनता ने इन्हें नकारा है।
उन्होंने बताया कि विपक्ष के कार्यों को जनता भलीभांति जान चुकी है, इसलिए इन्हें निरंतर नकारा जा रहा है। इनके बीच जो विवाद चल रहा है, वह किसी से छिपा नहीं है, और आने वाले वर्षों में जनता इन्हें इसी तरह नकारती रहेगी। जनता को विकास चाहिए और उन्हें पता है कि कौन सी पार्टी विकास को आगे बढ़ा सकती है।
भाजपा विधायक राम कदम ने भी महाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनाव के नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि महायुति गठबंधन आत्मविश्वास और जीत की सोच के साथ चुनावी जंग में उतरा था, और इसी का परिणाम शानदार जीत के रूप में सामने आया।
राम कदम ने कहा, "मुख्यमंत्री फडणवीस के नेतृत्व में पिछले कुछ वर्षों में महाराष्ट्र में किए गए कार्य के कारण चुनाव में जबरदस्त सफलता प्राप्त हुई।"
यह उल्लेखनीय है कि महायुति ने स्थानीय निकाय चुनाव परिणामों में शानदार जीत हासिल की है। महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति ने 288 नगर परिषदों और नगर पंचायतों के चुनाव में 207 अध्यक्ष पदों पर विजय प्राप्त की है।
वहीं, विपक्षी महाविकास आघाड़ी (एमवीए) केवल 44 सीटें ही हासिल कर सकी। महायुति का गठबंधन भाजपा, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) का है।