क्या मोतिहारी में एक महिला ने टॉवर पर चढ़कर 'मैं ससुराल नहीं जाऊंगी' कहा?

सारांश
Key Takeaways
- महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए खड़ा होना चाहिए।
- सामाजिक दबाव और पारिवारिक विवाद कैसे बनते हैं।
- पुलिस की भूमिका ऐसे मामलों में महत्वपूर्ण होती है।
- महिलाओं की स्थिति पर समाज का ध्यान आकर्षित करना आवश्यक है।
- परिवार के बीच संवाद की कमी अक्सर विवादों का कारण बनती है।
मोतिहारी, 6 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। आमतौर पर विवाहित महिलाएं ससुराल को अपना घर समझती हैं, लेकिन बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के हरसिद्धि थाना क्षेत्र में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने 'मैं ससुराल नहीं जाऊंगी' की मांग करते हुए एक ऊंचे टॉवर पर चढ़ गई, जिससे क्षेत्र में अफरातफरी मच गई।
हरसिद्धि बाजार की निवासी इस महिला ने ससुराल नहीं जाने की ज़िद पकड़ी और शनिवार को अचानक मोबाइल टॉवर पर चढ़ गई। उसकी आवाज सुनकर बाजार में भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। लोग उसे उतरने के लिए कहने लगे, लेकिन वह केवल यही कहती रही कि वह ससुराल नहीं जाएगी। कुछ लोगों ने जब उसे नीचे लाने की कोशिश की, तो उसने खुद को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाने की धमकी दी।
इसकी सूचना मिलते ही हरसिद्धि थाना की पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने काफी कोशिशों के बाद महिला को टॉवर से सुरक्षित उतारने में सफलता पाई। अब पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि महिला ने 10 दिन पहले एक बच्चे को जन्म दिया है।
जानकारी के अनुसार, इस महिला की शादी पिछले साल धूमधाम से हुई थी। शादी के बाद उसकी विदाई हुई, लेकिन कुछ दिनों बाद जब वह मायके आई, तब से वह मायके में ही रह रही है और अपने पति के घर नहीं जाना चाहती। इस मुद्दे पर परिवार के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है।
समाज की पंचायत भी इस पर बैठ चुकी है, लेकिन महिला अभी भी ससुराल जाने के लिए तैयार नहीं है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि महिला को सुरक्षित उतारा गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के बाद ही सही जानकारी सामने आ सकेगी।