क्या मालदा में रेलकर्मियों और पेंशनभोगियों की शिकायतों का समाधान हो रहा है?
सारांश
Key Takeaways
- पेंशन अदालत का आयोजन रिटायर्ड कर्मचारियों की समस्याओं को सुलझाने के लिए किया गया।
- डीआरएम ने कर्मचारियों के कल्याण की प्रतिबद्धता जताई।
- सभी शिकायतों का समय पर समाधान करने का प्रयास किया गया।
मालदा, 15 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल के पूर्वी रेलवे के मालदा डिवीजन ने रिटायर्ड कर्मचारियों की पेंशन से संबंधित शिकायतों के समाधान के लिए सोमवार को एक पेंशन अदालत का आयोजन किया। यह कार्यक्रम डीआरएम कार्यालय के मंदार कॉन्फ्रेंस हॉल में हुआ, जिसका मुख्य उद्देश्य पेंशनभोगियों की समस्याओं का समय पर और पारदर्शी तरीके से समाधान करना था।
मालदा के डिवीजनल रेलवे मैनेजर (डीआरएम) मनीष कुमार गुप्ता ने दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी इंद्रजीत और वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक प्रवीण कुमार भी उपस्थित थे।
सभा को संबोधित करते हुए डीआरएम मनीष कुमार गुप्ता ने रिटायर्ड कर्मचारियों के योगदान की सराहना की और आश्वासन दिया कि मालदा डिवीजन उनके कल्याण के लिए संकल्पित है। सेवानिवृत्त कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान मालदा डिवीजन की प्राथमिकता है और उनका कल्याण हमेशा डिवीजन के लिए सर्वोपरि रहेगा।
डीआरएम ने कहा कि यदि किसी कर्मचारी को कोई समस्या हो तो वह सीधे उच्च अधिकारियों से मिलकर अपनी शिकायत रख सकता है। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि शिकायतकर्ताओं की समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द किया जाए। रेलवे कर्मचारियों को बार-बार कार्यालय आने की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए, इस पर सभी को ध्यान देना चाहिए।
पेंशन अदालत में रेलकर्मियों और पेंशनभोगियों की कुल 30 शिकायतें विभागीय अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत की गईं, जिनमें से कई को तात्कालिक रूप से हल कर दिया गया। यह कार्यक्रम मालदा डिवीजन द्वारा कर्मचारियों की भलाई को प्राथमिकता देने और उनके योगदान को सम्मानित करने का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।