क्या ममता बनर्जी ने दीपावली पर एकता और सद्भाव का संदेश दिया?

सारांश
Key Takeaways
- दीपावली का त्योहार सुख, शांति और समृद्धि का प्रतीक है।
- ममता बनर्जी का संदेश एकता और सद्भाव का है।
- काली पूजा का महत्व जीवन में संकटमोचन के रूप में है।
कोलकाता, 20 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए लोगों से देशभर में एकता और सद्भाव बनाए रखने का आग्रह किया। विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने भी काली पूजा और दीपावली की शुभकामनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने जीवन की बाधाओं को दूर करने के लिए देवी काली का आशीर्वाद मांगा।
सोमवार सुबह एक सोशल मीडिया पोस्ट में मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को दीवाली की हार्दिक शुभकामनाएं! दीयों की रोशनी और इस त्योहार की भावना सभी के लिए सुख, शांति और समृद्धि लाए और हमारे समुदायों में एकता और सद्भाव की प्रेरणा दे।
इस बीच, पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी के राज्यसभा सदस्य समिक भट्टाचार्य ने भी काली पूजा की शुभकामनाओं के माध्यम से एक सूक्ष्म सामाजिक-राजनीतिक संदेश देने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि आज के थके हुए जीवन और बोझ से दबे मन में, देवी काली ही संकटमोचक के रूप में प्रकट होती हैं।
भट्टाचार्य ने अपने सोशल मीडिया संदेश में कहा कि जब जीवन थक जाता है, मन बोझ से दब जाता है, तब मां ही हमारा साहस, शक्ति, और आश्रय होती हैं। इस पावन दिवस पर, मां श्यामा की करुणा के प्रकाश में, सभी अशुभताएं और सभी अंधकार दूर हो जाएं। प्रत्येक आत्मा में शुभ विचार, शांति, और प्रकाश जागृत हो।
अधिकारी ने कहा कि मां काली आपको जीवन की सभी चुनौतियों का सामना करने और सभी बाधाओं को दूर करने का साहस प्रदान करें। काली पूजा के पावन अवसर पर आपको और आपके परिवार को हार्दिक शुभकामनाएं।