क्या आंध्र प्रदेश के मंगलागिरी को 272 किमी लंबी 29 एनएच की सौगात मिलेगी?

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क्या आंध्र प्रदेश के मंगलागिरी को 272 किमी लंबी 29 एनएच की सौगात मिलेगी?

सारांश

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आंध्र प्रदेश के मंगलागिरी में 272 किलोमीटर की 29 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन किया है। यह परियोजनाएं राज्य की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने और आर्थिक विकास को गति देने के लिए महत्वपूर्ण हैं। जानिए इस विकास के पीछे के उद्देश्यों और इसके संभावित लाभों के बारे में।

Key Takeaways

  • 272 किलोमीटर की 29 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन
  • 5,233 करोड़ रुपये का निवेश
  • दुर्घटनाओं के संभावित ब्लैक स्पॉट को समाप्त करना
  • ग्रामीण क्षेत्रों में अंतिम मील कनेक्टिविटी में सुधार
  • आर्थिक विकास में तेजी लाना

मंगलागिरी, 2 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 5,233 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश के साथ 272 किलोमीटर की 29 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।

नीतीश गडकरी ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुसार, इन परियोजनाओं को दुर्घटनाओं के संभावित ब्लैक स्पॉट और रेलवे क्रॉसिंग को समाप्त करने, परिवहन लागत को कम करने, ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में अंतिम मील कनेक्टिविटी को मजबूत करने तथा तिरुपति, नेल्लोर और रायचोटी जैसे प्रमुख शहरी केंद्रों में भीड़भाड़ को कम करने के लिए डिजाइन किया गया है, जिससे आंध्र प्रदेश भारत की विकास गाथा में सबसे आगे आ जाएगा।"

उन्होंने देश की लॉजिस्टिक्स लागत में उल्लेखनीय गिरावट पर भी प्रकाश डाला। बेहतर सड़क बुनियादी ढांचे के कारण लॉजिस्टिक्स लागत 16 प्रतिशत से घटकर 10 प्रतिशत हो गई है और दिसंबर 2025 तक इसके 9 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान है। इस कमी से निर्यात दोगुना होने और रोजगार में वृद्धि की उम्मीद है।

उन्होंने बताया कि एनएचएआई के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई 120 प्रतिशत बढ़कर 2014 के 4,000 किलोमीटर से 2025 में 8,700 किलोमीटर हो गई है, जो बुनियादी ढांचे पर आधारित आर्थिक विकास पर सरकार के जोरदार फोकस को दर्शाता है।

इस अवसर पर मंगलागिरी में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू, केंद्रीय मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू, भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा, उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण, केंद्रीय राज्य मंत्री चंद्रशेखर पेम्मासानी, सांसद, विधायक और वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

एनएच-71 के मदानपल्ले से पिलेरू तक के खंड को 1,994 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित 56 किलोमीटर लंबे आधुनिक 4-लेन कोरिडोर में बदल दिया गया है। इस महत्वपूर्ण उन्नयन में 9 फ्लाईओवर, एक रेल ओवरब्रिज, 19 प्रमुख पुल, 5 वाहन अंडरपास और 10 स्थानीय अंडरपास शामिल हैं।

इसी प्रकार, एनएच-340सी के कुरनूल से मंडलेम सेक्शन को 31 किलोमीटर लंबे पक्के शोल्डर के साथ 4-लेन सड़क में अपग्रेड किया गया है, जिसमें 858 करोड़ रुपए की लागत से एक फ्लाईओवर, 4 वायडक्ट, 3 स्थानीय अंडरपास और एक छोटा अंडरपास शामिल है।

इन विकास परियोजनाओं के साथ-साथ, आंध्र प्रदेश में कनेक्टिविटी बढ़ाने के उद्देश्य से 27 अतिरिक्त परियोजनाओं की आधारशिला रखी जा रही है। इनसे तिरुपति, श्रीशैलम और कादिरी जैसे धार्मिक स्थलों और हॉर्सले हिल्स तथा वोडारेवु बीच जैसे पर्यटन स्थलों तक पहुंच में सुधार होगा। आर्थिक केंद्रों, श्री सिटी, कृष्णापटनम बंदरगाह और तिरुपति हवाई अड्डे के साथ निर्बाध संपर्क स्थापित किए जाएंगे।

Point of View

बल्कि इससे राज्य के विकास में भी नई गति मिलेगी। विकास के इस दौर में, सरकार का ध्यान बुनियादी ढांचे पर है, जिससे देश के लॉजिस्टिक्स क्षेत्र को लाभ होगा। यह पहल न केवल आर्थिक विकास में सहायक होगी, बल्कि स्थानीय रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगी।
NationPress
03/08/2025

Frequently Asked Questions

इन राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इन परियोजनाओं का उद्देश्य दुर्घटनाओं को कम करना, परिवहन लागत को घटाना और ग्रामीण क्षेत्रों में अंतिम मील कनेक्टिविटी को मजबूत करना है।
इन परियोजनाओं से आंध्र प्रदेश को क्या लाभ होगा?
इन परियोजनाओं से आंध्र प्रदेश की कनेक्टिविटी में सुधार होगा, जो आर्थिक विकास और रोजगार सृजन में मदद करेगी।
क्या इन परियोजनाओं से लॉजिस्टिक्स लागत में कमी आएगी?
जी हां, बेहतर सड़क बुनियादी ढांचे के कारण लॉजिस्टिक्स लागत में उल्लेखनीय कमी आने की उम्मीद है।