क्या दिल्ली-एनसीआर सर्दी, कोहरे और प्रदूषण के तिहरे संकट से उबर पाएगा?

Click to start listening
क्या दिल्ली-एनसीआर सर्दी, कोहरे और प्रदूषण के तिहरे संकट से उबर पाएगा?

सारांश

दिल्ली-एनसीआर में सर्दी, कोहरा और प्रदूषण का तिहरा संकट गहराता जा रहा है। क्या प्रशासन इन चुनौतियों का सामना कर पाएगा? जानिए ताजा हालात और प्रशासन के कदम इस विशेष रिपोर्ट में।

Key Takeaways

  • दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर गंभीर है।
  • मौसम में सुधार की उम्मीद कम है।
  • सरकार ने एहतियाती कदम उठाए हैं।
  • बच्चों के स्वास्थ्य के लिए स्कूलों को ऑनलाइन किया गया है।
  • सर्दी और कोहरा जनजीवन को प्रभावित कर रहे हैं।

नोएडा, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली-एनसीआर में सर्दी, कोहरा और प्रदूषण का तिहरा संकट लगातार बढ़ता जा रहा है। मौसम विभाग (आईएमडी) और प्रदूषण नियंत्रण एजेंसियों के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, राजधानी दिल्ली सहित पूरे एनसीआर में हालात अत्यंत चिंताजनक बने हुए हैं।

ठंड के साथ घने कोहरे ने जनजीवन को प्रभावित किया है, और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) कई स्थानों पर 400 के पार पहुंचकर 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज किया गया है। मौसम विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध स्थानीय मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, 22 दिसंबर को सुबह के समय मध्यम से घना कोहरा छाए रहने की चेतावनी दी गई है। इस दिन अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 9 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।

23 दिसंबर को भी कोहरे का प्रभाव जारी रहने की संभावना है, हालांकि इसे 'मध्यम कोहरा' की श्रेणी में रखा गया है। इस दिन अधिकतम तापमान 22 डिग्री और न्यूनतम 10 डिग्री रहने का अनुमान है। 24 दिसंबर को तापमान में और गिरावट की उम्मीद है, जहां अधिकतम 19 डिग्री और न्यूनतम 9 डिग्री सेल्सियस रह सकता है।

प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए, दिल्ली के कई क्षेत्रों में एक्यूआई खतरनाक स्तर पर पहुँच गया है। आनंद विहार में एक्यूआई 404, बवाना में 408, नरेला में 418, मुंडका में 401, डीटीयू में 400 और पंजाबी बाग में 380 के आसपास दर्ज किया गया है। ओखला फेज-2 में एक्यूआई 386, नेहरू नगर में 394, अशोक विहार में 392 और अलीपुर में 391 रिकॉर्ड किया गया। नोएडा के सेक्टर-1 में एक्यूआई 381, सेक्टर-62 में 335 और सेक्टर-116 में 344 दर्ज हुआ।

गाजियाबाद के इंदिरापुरम में एक्यूआई 313, संजय नगर में 341 और वसुंधरा में 394 तक पहुँच गया है। ये आंकड़े स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि संपूर्ण एनसीआर प्रदूषण की चपेट में है। बढ़ते प्रदूषण और खराब मौसम को देखते हुए प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाए हैं। दिल्ली में 50 प्रतिशत कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की अनुमति दी गई है। साथ ही, बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए कक्षा पाँचवीं तक के स्कूलों को ऑनलाइन मोड में चलाया जा रहा है, जबकि छठी से 12वीं तक की कक्षाएं हाइब्रिड मोड में संचालित की जा रही हैं।

मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में मौसम से किसी बड़ी राहत की उम्मीद नहीं है। ठंडी हवाओं की कमी और उच्च आर्द्रता के कारण कोहरा और प्रदूषण दोनों बने रह सकते हैं।

Point of View

यह स्पष्ट है कि दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण और मौसम की स्थिति सभी के लिए चिंता का विषय है। प्रशासन को चाहिए कि वे सख्त कदम उठाएं ताकि नागरिकों का स्वास्थ्य प्रभावित न हो।
NationPress
22/12/2025

Frequently Asked Questions

दिल्ली-एनसीआर में एक्यूआई के स्तर क्या हैं?
दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न क्षेत्रों में एक्यूआई 400 से अधिक पहुंच गया है, जो गंभीर स्थिति को दर्शाता है।
प्रदूषण के कारण क्या हैं?
प्रदूषण के मुख्य कारणों में वाहन, औद्योगिक उत्सर्जन, और निर्माण गतिविधियाँ शामिल हैं।
सरकार ने प्रदूषण के खिलाफ क्या कदम उठाए हैं?
सरकार ने वर्क फ्रॉम होम की अनुमति दी है और स्कूलों को ऑनलाइन मोड में चलाने का निर्णय लिया है।
Nation Press