क्या महाराष्ट्र के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे का विवाद दिल्ली तक पहुंच गया?

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क्या महाराष्ट्र के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे का विवाद दिल्ली तक पहुंच गया?

सारांश

महाराष्ट्र के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे के विवाद ने दिल्ली में हलचल मचा दी है। सांसदों ने केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान से शिकायत की है, जिसमें कोकाटे की कार्यशैली पर सवाल उठाए गए हैं। क्या यह विवाद कोकाटे के राजनैतिक भविष्य को प्रभावित करेगा? जानिए पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • माणिकराव कोकाटे का विवाद दिल्ली तक पहुँच गया है।
  • कई नेताओं ने केंद्रीय मंत्री से शिकायत की है।
  • कोकाटे ने अपने बयानों का खंडन किया है।
  • राज्य की संस्कृति पर विवाद का असर हो सकता है।
  • किसानों के मुद्दों को हल करने की आवश्यकता है।

नई दिल्ली/मुंबई, 22 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे का विवाद अब दिल्ली तक पहुँच गया है। मंगलवार को संसद सत्र के दौरान, महाराष्ट्र के कई नेताओं ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। इस बैठक में एनसीपी-एसपी की सांसद सुप्रिया सुले और शिवसेना-यूबीटी के सांसद अरविंद सावंत भी शामिल थे। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री से माणिकराव कोकाटे के खिलाफ कार्रवाई की अपील की।

सुप्रिया सुले ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "महा विकास अघाड़ी के सांसदों ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा की। राज्य को ऐसा कृषि मंत्री नहीं चाहिए, जो महाराष्ट्र विधानसभा में रम्मी खेलता हो और लगातार किसान विरोधी रुख रखता हो। माणिकराव कोकाटे अपने विवादास्पद बयानों और व्यवहार के कारण हमेशा चर्चा में रहते हैं, चाहे वह किसानों को परेशान करने की घटना हो या कर्जमाफी को लेकर दिया गया बयान। उनके बयानों ने महाराष्ट्र की संस्कृति को कलंकित किया है।"

सुप्रिया सुले ने आगे लिखा, "उनके (माणिकराव कोकाटे) असंवेदनशील व्यवहार से न केवल महाराष्ट्र को भारी नुकसान हो रहा है, बल्कि राज्य की उज्ज्वल परंपरा भी तार-तार हो रही है। इसलिए, उनके तत्काल इस्तीफे और महाराष्ट्र को किसानों की समस्याओं से अवगत एक संवेदनशील कृषि मंत्री देने की मांग की।"

हालांकि, माणिकराव कोकाटे ने मंगलवार को अपने तथाकथित वायरल वीडियो पर स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यदि जांच में दोषी पाए गए, तो वह तुरंत इस्तीफा देंगे। साथ ही, उन्होंने झूठे आरोप लगाने वालों पर मानहानि का मुकदमा करने की चेतावनी भी दी।

कोकाटे ने कहा कि वह मुख्यमंत्री, उप-मुख्यमंत्री, विधान परिषद सभापति और विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर इस मामले की गहन जांच कराने की मांग करेंगे।

उन्होंने कहा, "मेरे पत्र के आधार पर जांच करवाई जाए। अगर मैं दोषी पाया गया कि मैंने रम्मी खेला, तो मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री नागपुर में होने वाले शीतकालीन सत्र के दौरान इस पर बयान दें और मैं राज्यपाल के पास जाकर तुरंत इस्तीफा दे दूंगा।"

कोकाटे ने इस पूरे विवाद को "छोटा मुद्दा" बताते हुए कहा कि वह कभी भी ऑनलाइन रम्मी नहीं खेले हैं और न ही उनके बैंक खाते या मोबाइल नंबर को किसी रम्मी ऐप से लिंक किया गया है।

Point of View

जो न केवल राज्य की राजनीति को प्रभावित कर रहा है, बल्कि किसानों की समस्याओं को भी उजागर कर रहा है। इस मामले में उचित जांच और पारदर्शिता की आवश्यकता है ताकि राज्य की राजनीति में विश्वास बना रहे।
NationPress
23/07/2025

Frequently Asked Questions

माणिकराव कोकाटे पर किस प्रकार के आरोप हैं?
माणिकराव कोकाटे पर किसानों को परेशान करने और रम्मी खेलने का आरोप है।
कौन-कौन से नेता इस मामले में शामिल हैं?
इस मामले में एनसीपी-एसपी की सांसद सुप्रिया सुले और शिवसेना-यूबीटी के सांसद अरविंद सावंत शामिल हैं।
कोकाटे ने अपने बचाव में क्या कहा?
कोकाटे ने कहा है कि यदि वे दोषी पाए गए, तो वह इस्तीफा देंगे और आरोप लगाने वालों पर मानहानि का मुकदमा करेंगे।