क्या मणिपुर में पहली 'डीजीएआर मणिपुर राज्य स्तरीय जूडो चैंपियनशिप 2025' का शानदार आगाज हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- मणिपुर में पहली डीजीएआर मणिपुर राज्य स्तरीय जूडो चैंपियनशिप 2025 का उद्घाटन हुआ।
- लगभग 500 युवा जूडोका भाग ले रहे हैं।
- यह आयोजन असम राइफल्स और मणिपुर जूडो एसोसिएशन द्वारा आयोजित किया गया है।
- इसमें सब-जूनियर, जूनियर और सीनियर वर्गों के मुकाबले होंगे।
- यह जूडो को नए स्तर पर ले जाने का अवसर है।
इंफाल, 14 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मणिपुर की राजधानी इंफाल में खेलों का वातावरण गरमाया हुआ है। खुमान लंपक इंडोर स्टेडियम में रविवार को पहली डीजीएआर मणिपुर राज्य स्तरीय जूडो चैंपियनशिप 2025 का भव्य उद्घाटन किया गया। यह तीन दिवसीय आयोजन असम राइफल्स (डीजीएआर) और मणिपुर जूडो एसोसिएशन (एमजेए) के सहयोग से हो रहा है।
राज्य के छह जिलों से लगभग 500 युवा जूडोका विभिन्न श्रेणियों में अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर रहे हैं। यह चैंपियनशिप न केवल प्रतिभाओं को तराशने का मंच बनेगी, बल्कि खेल की भावना को भी प्रोत्साहित करेगी।
उद्घाटन समारोह में डीआईजी आईजीएआर अनन्या बोराल मुख्य अतिथि रहीं। राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह आयोजन उनके लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा, "पहली डीजीएआर मणिपुर राज्य जूडो चैंपियनशिप 2025 का उद्घाटन करना मेरे लिए एक सौभाग्य है। यह कार्यक्रम एमजेए के प्रस्ताव पर आधारित है, जिसका उद्देश्य खेलों को बढ़ावा देना है। असम राइफल्स हमेशा युवा खिलाड़ियों को सशक्त बनाने में सक्रिय रही है। खेल इस दिशा में एक महत्वपूर्ण माध्यम है, जो उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने और कौशल विकसित करने का अवसर प्रदान करता है।"
उन्होंने उम्मीद जताई कि यह संयुक्त प्रयास नवोदित जूडोकाओं के लिए एक मजबूत मंच साबित होगा। हमारा लक्ष्य संभावित खिलाड़ियों की पहचान करना और उन्हें राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाना है। मणिपुर जूडो एसोसिएशन को इससे नई प्रतिभाओं को विकसित करने का मौका मिलेगा। बोराल ने बताया कि चैंपियनशिप में सब-जूनियर, जूनियर और सीनियर वर्गों में मुकाबले होंगे, जो आईजेएफ और जेएफआई नियमों के अनुसार आयोजित किए जाएंगे।
मणिपुर जूडो एसोसिएशन के महासचिव सोइबाम इंद्रकुमार ने भी आयोजन की सराहना की। उन्होंने कहा, "यह चैंपियनशिप राज्य में जूडो को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का कदम है। मणिपुर हमेशा से जूडो का गढ़ रहा है, जहां से लिंथोई चनंबम जैसी विश्व चैंपियन निकली हैं।" इंद्रकुमार ने बताया कि एमजेए ने इंस्पायर इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स (आईआईएस) के साथ साझेदारी की है, जो ग्रासरूट स्तर पर प्रशिक्षण और टूर्नामेंट आयोजित करने में मदद कर रहा है। हिंसा प्रभावित राज्य में जूडो युवाओं के लिए जीवनरेखा बन गया है। आईआईएस की सहायता से हमने जूडो केंद्रों को पुनर्जीवित किया है।