क्या मणिपुर में सुरक्षा बलों ने महिलाओं समेत उग्रवादियों को गिरफ्तार किया?
सारांश
Key Takeaways
- मणिपुर में 24 घंटों में सात उग्रवादियों की गिरफ्तारी।
- दो महिला कैडर समेत उग्रवादी गिरफ्तार।
- हथियार और गोला-बारूद बरामद।
- सोशल मीडिया पर फेक न्यूज़ के खिलाफ चेतावनी।
- सुरक्षा बलों की कार्यवाही की नई रणनीति।
इंफाल, 14 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मणिपुर में सुरक्षा बलों ने पिछले 24 घंटों के भीतर विभिन्न जिलों से सात उग्रवादियों को पकड़ा है, जिनमें दो महिला कैडर भी शामिल हैं। गिरफ्तार महिलाओं के पास से हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रतिबंधित यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ) और पीपल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कांगलेइपाक (पीआरईपीएके) के पांच आतंकवादियों को इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व और बिष्णुपुर जिले से विभिन्न स्थानों पर गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने इंफाल पूर्व जिले के मोइरांगकांपू सजेब माखा लेइकाई क्षेत्र से यूएनएलएफ (कोइरेंग गुट) की दो सक्रिय महिला कैडरों को गिरफ्तार किया है। इन आतंकवादियों की पहचान इंफाल पूर्व जिले की ताखेलंबम सनाथोई चानू उर्फ लोइंगकपी उर्फ सनाथोई (19) और कोंगब्रैलाकपम रामेश्वरी देवी उर्फ लैंगलेन उर्फ बेम्मा उर्फ बुचू (19) के रूप में हुई है। उनके पास से दो मोबाइल फोन भी जब्त किए गए।
इसके अलावा, मणिपुर पुलिस ने इंफाल पूर्व जिले के पोरोमपत पंगल लेइराक क्षेत्र से एक ड्रग डीलर बेसैमायुम याइबी (47) को गिरफ्तार किया, जिसके पास से सात साबुन के डिब्बों में छिपाई गई हेरोइन बरामद की गई। ड्रग्स की अनुमानित कीमत 16 लाख रुपए है।
सुरक्षा बलों ने काकचिंग जिले से कुछ हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किए। इनमें एक एसएलआर, स्थानीय रूप से बनी बोल्ट एक्शन स्नाइपर राइफल, एक डबल-बैरल बोल्ट राइफल, एक सिंगल-बैरल बोल्ट राइफल, एक स्थानीय रूप से बनी पिस्तौल, और एक 36 एचई हैंड ग्रेनेड शामिल हैं।
सुरक्षा बल आतंकवादियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई जारी रखे हुए हैं, जिसमें संवेदनशील क्षेत्रों में तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं।
मणिपुर में घाटी और पहाड़ी दोनों जिलों में कुल 113 नाके/चेकप्वाइंट स्थापित किए गए हैं ताकि किसी भी असामाजिक गतिविधि पर अंकुश लगाया जा सके।
पुलिस ने चेतावनी देते हुए कहा, "बिना किसी आधार वाले वीडियो या ऑडियो क्लिप के सर्कुलेशन की सच्चाई सेंट्रल कंट्रोल रूम से कन्फर्म की जा सकती है। सोशल मीडिया पर फेक पोस्ट अपलोड करने और सर्कुलेट करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"