क्या मनोज तिवारी ने छठ पूजा पर शुभकामनाएं देकर विश्व स्तर पर पहचान बना चुकी इस पर्व का जिक्र किया?
सारांश
Key Takeaways
- छठ पूजा बिहार का प्रमुख पर्व है।
- मनोज तिवारी ने एनडीए के चुनावी भविष्य की संभावनाएं व्यक्त कीं।
- इस पर्व की वैश्विक पहचान हो चुकी है।
- महिलाओं की भागीदारी और सेवा का महत्व है।
- घाटों की स्वच्छता और छठ समितियों को सहायता देना प्राथमिकता है।
नई दिल्ली, 27 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। लोक आस्था के इस महापर्व छठ पूजा के तीसरे दिन भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने समस्त देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए 175 से अधिक सीटें जीतने में सफल होगी।
मनोज तिवारी ने छठ पूजा के इस उत्सव को लोकतंत्र के महापर्व से जोड़ा और कहा कि यह पर्व अब विश्व स्तर पर अपनी पहचान बना चुका है।
उन्होंने कहा, "छठ का यह पर्व बिहार के कोने-कोने से शुरू होकर अब पूरी दुनिया में फैल चुका है। इस बार छठ की बहार ऐसी है कि लोकतंत्र का महापर्व भी इसके साथ रंग में रंगा है। यदि एनडीए को बिहार विधानसभा चुनाव में 175 से अधिक सीटें मिलती हैं, तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा। लोगों का ऐसा भाव और समर्थन है।"
इसके साथ ही उन्होंने मैथिली ठाकुर की राजनीति में भागीदारी पर कहा, "यदि कोई बड़ी हस्ती जनता की सेवा करना चाहती है, तो उसका स्वागत किया जाना चाहिए। मैथिली ठाकुर अपने क्षेत्र में शानदार काम कर रही हैं, फिर भी वे जनता की सेवा के लिए कठिन रास्ता अपनाकर चुनाव में आ रही हैं। जनता की सेवा करना कोई आसान कार्य नहीं है।"
उन्होंने छठ पूजा की तैयारियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकता घाटों की स्वच्छता और छठ समितियों को हर संभव सुविधा प्रदान करना है। उन्होंने कहा, "यमुना नदी पर छठ पूजा पर लगे प्रतिबंध को हटा लिया गया है, जिससे अब यह पर्व और भी धूमधाम से मनाया जाएगा। पीएम मोदी का ऐसा भाव है कि केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक, हमारी मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और अन्य घाटों की व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। हमारा मूल उद्देश्य विकास और विरासत दोनों हैं। सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाना हमारा परम धर्म है। उसी हिसाब से छठ मनाई जाती है।