मनसा देवी भगदड़: त्रिवेंद्र सिंह रावत और गणेश जोशी ने घायलों से मुलाकात की?

सारांश
Key Takeaways
- मनसा देवी मंदिर में भगदड़ के कारण 6 लोगों की मौत हुई।
- घायलों का इलाज हरिद्वार के जिला अस्पताल में चल रहा है।
- त्रिवेंद्र सिंह रावत और गणेश जोशी ने घायलों से मुलाकात की।
- सरकार ने आर्थिक सहायता की घोषणा की है।
- घटना की जांच का आदेश दिया गया है।
हरिद्वार, २७ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। हरिद्वार के प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर में हुई भगदड़ के बाद घायलों का अस्पताल में इलाज जारी है। इसी बीच, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं हरिद्वार से भाजपा सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हरिद्वार के जिला अस्पताल जाकर घायलों का हालचाल लिया। उन्होंने हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में रविवार सुबह हुई इस भगदड़ में ६ लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए हैं। इस घटना के बाद घायलों को हरिद्वार के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। भाजपा सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत और उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने जिला अस्पताल पहुँचकर घायलों का हालचाल जाना और मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने घायलों से मिलकर उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की और मृतकों के परिजनों से मिलकर दुःख जताया। उन्होंने हर संभव मदद का आश्वासन देते हुए हादसे की निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया और आर्थिक सहायता प्रदान करने की बात कही।
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, "हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हुई भगदड़ की घटना अत्यंत पीड़ादायक है। इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में हताहत हुए श्रद्धालुओं के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। सिटी हॉस्पिटल, हरिद्वार पहुँचकर घायलों का हालचाल लिया और डॉक्टरों से उपचार संबंधी जानकारी प्राप्त की।"
वहीं, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने भी अस्पताल पहुँचकर घायलों से मुलाकात की और मृतक परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि घायलों का समुचित इलाज सुनिश्चित किया जाए और उन्हें तत्काल चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
जोशी ने कहा, "मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर वह हरिद्वार पहुँचे हैं, और राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को २-२ लाख रुपए और घायलों को ५०-५० हजार रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।"
बता दें कि मनसा देवी में यह हादसा मंदिर की सीढ़ियों पर उस समय हुआ, जब करंट लगने की अफवाह के कारण श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गई। सरकार ने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं और पीड़ितों के लिए हर संभव सहायता का वादा किया है।