क्या मार्को जानसेन बने प्लेयर ऑफ द मैच, भारत में जीतना खास होता है?
सारांश
Key Takeaways
- मारको जानसेन का शानदार प्रदर्शन
- भारत में जीतने का महत्व
- दक्षिण अफ्रीका की ताकतवर गेंदबाजी
- भारत की बल्लेबाजी में सुधार की आवश्यकता
- सीरीज में सिमोन हार्मर का योगदान
गुवाहाटी, 26 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय क्रिकेट टीम को गुवाहाटी टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका ने 408 रन के रिकॉर्ड अंतर से हराकर एक नई उपलब्धि हासिल की। यह टेस्ट क्रिकेट में भारत की सबसे बड़ी हार है। इस जीत में मारको जानसेन की महत्वपूर्ण योगदान रहा। गेंदबाजी और बल्लेबाज़ी दोनों में इस खिलाड़ी ने मैच का रुख बदल दिया। मैच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार लेते हुए जानसेन ने कहा कि भारत में जीतना हमेशा विशेष होता है।
जानसेन ने कहा, "किसी भी मैच में जीत का अनुभव सुखद होता है, लेकिन भारत में जीत बहुत खास है। यह पूरी टीम की जीत है। हम अपनी क्षमताओं पर खड़े रहे। मैं कोच का भी धन्यवाद देना चाहता हूं। उन्होंने मुझसे कहा कि जाओ और अपना खेल खेलो। इसका सकारात्मक प्रभाव हमारे प्रदर्शन पर पड़ा। सभी खिलाड़ी कड़ी मेहनत कर रहे हैं। हम एक टीम के रूप में और व्यक्तिगत रूप से अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर ध्यान दे रहे हैं।"
गुवाहाटी टेस्ट में, दक्षिण अफ्रीका एक समय 6 विकेट पर 246 रन बनाकर संघर्ष कर रहा था। वहां से टीम को 489 तक पहुंचाने में मारको जानसेन का योगदान महत्वपूर्ण था। नौवें स्थान पर बल्लेबाजी करते हुए इस खिलाड़ी ने 93 रन की शानदार पारी खेली। इसके अलावा, उन्होंने भारत की पहली पारी में 6 विकेट लिए। दूसरी पारी में उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला, लेकिन उन्होंने भारत की दूसरी पारी में एक विकेट लिया।
93 रन बनाने और 7 विकेट लेने के लिए इस खिलाड़ी को मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया।
मैच की बात करें तो दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 489 रन बनाए। भारतीय टीम पहली पारी में 201 रन पर आउट हो गई और 288 रन से पीछे थी। दक्षिण अफ्रीका ने दूसरी पारी में 5 विकेट पर 260 रन बनाकर घोषणा की और भारत को 549 रन का लक्ष्य दिया। भारतीय टीम 140 पर आउट हुई और 408 रन के अंतर से हार गई।
कोलकाता में खेले गए पहले टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका ने 30 रन से जीत हासिल की थी।
2 टेस्ट मैचों की श्रृंखला में कुल 17 विकेट लेने वाले सिमोन हार्मर को श्रृंखला का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया।