क्या उत्तर प्रदेश में मौलाना तौकीर रजा की नजरबंदी के पीछे कोई बड़ा कारण है?

सारांश
Key Takeaways
- मौलाना तौकीर रजा को नजरबंद किया गया है।
- उन्होंने बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की मांग की।
- देश में लिंचिंग की घटनाएं बढ़ रही हैं।
- कानून की स्थिति पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
- गिरफ्तारी का यह सिलसिला पूरे देश में फैल सकता है।
बरेली, 15 जून (राष्ट्र प्रेस)। इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान को बरेली पुलिस ने नजरबंद कर दिया है। इस नजरबंदी के दौरान, उन्होंने देश के वर्तमान हालातों पर गहरी चिंता जताई और बजरंग दल जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की।
मौलाना तौकीर रजा खान ने कहा कि वे रविवार को अपनी गिरफ्तारी देने के लिए कलेक्ट्रेट जा रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें नजरबंद कर दिया। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, "आज मुझे गिरफ्तारी देनी थी, लेकिन पुलिस यहां घबराहट का माहौल बना रही है। मैंने पहले कहा था कि कोई भीड़ नहीं आएगी और आज भी किसी को नहीं बुलाया है। मैंने केवल 11 लोगों को गिरफ्तारी देने के लिए कहा था।"
उन्होंने आगे कहा, "देश में रोजाना लिंचिंग हो रही है और बुलडोजर चलाए जा रहे हैं। कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, मदरसों और मजारों को नष्ट किया जा रहा है।" मौलाना ने आरोप लगाया कि गौ सेवा और धर्म के नाम पर गुंडों की भीड़ लोगों पर हमला कर रही है, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
उन्होंने कहा, "मैंने 11 लोगों के साथ गिरफ्तारी देने की योजना बनाई थी, लेकिन पुलिस ने मुझे नहीं निकलने दिया। यह गिरफ्तारी का सिलसिला अब पूरे देश में शुरू होने वाला है। देश में नई क्रांति लाने की आवश्यकता है।"